आज एमजीएम अस्पताल में पोटका के कालिकापुर गांव निवासी 49 वर्षीय सुबोध भकत को इलाज के दौरान खून की जरूरत थी, उनकी पत्नी ने एक बहन के रूप में आकर सुहाग बचाने का आग्रह किया, स्वास्थ्य मंत्री होने के पहले एक मनुष्य हूँ इसलिए मैंने स्वयं खून देकर बहन की सुहाग की रक्षा की।