रिम्स में जीनोम सिक्वेंसिंग मशीन का स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने किया उद्घाटन
रांची: बुधवार को झारखंड के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स में जीनोम सिक्वेंसिंग मशीन का उद्घाटन और डिपार्टमेंट ऑफ जेनेटिक्स एंड जिनोमिक्स का लोकार्पण किया गया.
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने उद्घाटन करते हुये कहा कि कोरोना वायरस के नए वैरिएंट की पहचान 72 घंटों के भीतर होगी. इसके साथ ही वंशानुगत यानी जेनेटिक डिसऑर्डर की वजह से होने वाली बीमारियों की पहचान और इलाज भी आसान हो जाएगा.
उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान बीजेपी विधायक समरीलाल काफी नाराज दिखे. शिलापट्ट पर नाम नहीं होने से नाराज विधायक ने रिम्स निदेशक कामेश्वर प्रसाद से अपनी नाराजगी जताई और सवाल किया क्या कि क्या हम जनप्रतिनिधि हैं. समरीलाल ने कहा जो लिस्ट बनाता है उसे इन बातों का ध्यान रखना चाहिए, स्वास्थ्यमंत्री स्वस्थ्यमंत्री बन्ना गुप्ता के बीच बचाव और शिलापट्ट पर नाम लिखवा देने की बात कहने पर भाजपा विधायक शांत हुये.
क्या कहते हैं स्वास्थ्य मंत्री
स्वस्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि ‘आज गर्व का दिन है. इसकी वजह है कि कोरोना वायरस के जीनोम सिक्वेंसिंग की ही नहीं, बल्कि आज एक अलग विभाग आनुवंशिकी एवं जीनोमिक्स का भी उद्घाटन हो रहा है. इस विभाग के माध्यम से राज्य के उन मरीजों को सुविधा मिलेगी, जो जीन डिसऑर्डर से जूझ रहे हैं. उन्होंने कहा कि भविष्य में यह विभाग स्वास्थ्य के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा.’
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि ट्राइबल इलाकों में सीकल सेल एनीमिया, थैलसीमिया, हिमोफिलिया जैसी बीमारियों के मरीजों को भी फायदा होगा. यह मशीन 384 किस्म की जांच करने में सक्षम हैं. उन्होंने कहा कि तीसरी लहर के दौरान नये वैरियंट की पहचान में देरी की वजह से कोरोना वायरस खतरनाक होने लगा था. उन्होंने कहा कि जब कोरोना आया था, तब राज्य में आरटीपीसीआर जांच की सुविधा नहीं थी. लेकिन आज 15 जगह पर आरटी पीसीआर जांच, 300 जगह पर ट्रू नेट जांच और 110 पीएसए प्लांट्स हैं.