गडग जिले के कर्नाटक के हैडलिन गांव में कक्षा 4 के एक छात्र की उसके शिक्षक द्वारा पिटाई करने और सरकारी स्कूल की पहली मंजिल की बालकनी से धक्का देने के बाद मौत हो गई।
पुलिस ने कहा कि घटना सोमवार को नारगुंड तालुक के हदली गांव के एक स्कूल में हुई। 10 वर्षीय छात्र, भरत बार्कर को फावड़े से पीटा गया और फिर मुथप्पा (45) ने बालकनी से धक्का दे दिया, जो स्कूल में अतिथि शिक्षक थे।
मुथप्पा ने भरत की मां, गीता बार्कर की भी पिटाई की, जो उसी स्कूल में शिक्षिका हैं, जब उन्होंने और एक अन्य शिक्षक नांगनगौड़ा पाटिल ने उन्हें रोकने की कोशिश की थी। पुलिस ने कहा कि गीता बार्कर का फिलहाल केआईएमएस अस्पताल में इलाज चल रहा है।
गडक जिले के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी शिवप्रकाश देवराजू ने कहा, “अभी कारण स्पष्ट नहीं है, प्रथम दृष्टया यह उनके बीच कुछ पारिवारिक मुद्दों का लग रहा है।”
पुलिस ने कहा कि मुथप्पा के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या) के तहत एक प्राथमिकी दर्ज की गई है, जो अब फरार है, पुलिस ने कहा कि उसका पता लगाने के प्रयास जारी हैं।
पिछले हफ्ते दिल्ली के एक स्कूल में ऐसी ही एक घटना सामने आई थी। शिक्षिका ने गुस्से में आकर पांचवीं कक्षा की एक छात्रा पर कैंची से हमला कर उसे स्कूल की पहली मंजिल से नीचे फेंक दिया था।