झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन बीजेपी विधायकों ने राज्य सरकार पर असंवैधानिक भर्ती नीति बनाने का आरोप लगाते हुए विधानसभा प्रवेश द्वार पर धरना दिया.
हाथों में तख्तियां लिए विधायकों ने बेरोजगार युवाओं को नौकरी देने में विफल रहने और फिर असंवैधानिक भर्ती नीति बनाकर उन्हें मूर्ख बनाने के लिए राज्य सरकार पर निशाना साधा, जिसे झारखंड उच्च न्यायालय ने तीन दिन पहले इस मामले में एक याचिका पर सुनवाई के बाद रद्द कर दिया।
विधायकों का मिजाज बगावती लग रहा था और प्रवेश द्वार पर उनके बयान से पता चलता है कि वे युवाओं के लिए रोजगार और साहिबगंज में पहाड़िया लड़की की हत्या के मुद्दे पर सदन में हंगामा करने के लिए पूरी तरह से तैयार होकर आए हैं.