स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही की यह अनहोनी खासमहल स्थित सदर अस्पताल की है। जहा पे गर्भवती महिला दर्द से तड़पती रही और परिवार वाले लाचार बेबस होकर समझाते रहे। महिला चार घंटे तक असहनीय पीड़ा से करारती रही लेकिन डॉक्टर नहीं आए| उसके बाद जब गर्भवती महिला की हालत बिगड़ी तो परिवार वाले उसे लेकर एमजीएम अस्पताल लाए| एमजीएम लाने के क्रम में एंबुलेंस में ही महिला का प्रसव हो गया। स्वास्थ विभाग की इतनी बड़ी लापरवाही कि 4 घंटे में एक बार भी डॉक्टर गर्भवती को देखने नहीं आया।
सदर अस्पताल में गुरुवार सुबह छह बजे बागबेड़ा के हरहरगट्टू निवासी गौतम तांती अपनी पत्नी जयंती कुमारी जिनकी उम्र 30 वर्ष है| उनको प्रसव के लिए ले सदर अस्पताल लेकर आए। महिला काफी प्रश्व पीड़ा में थी| सदर अस्पताल में भर्ती कराने पर वहां महिला डॉक्टर नहीं थी। आस्पताल में नर्सों ने कहा कि 10 बजे के बाद महिला डॉक्टर आएगी तब ही प्रसव हो पायेगा| सदर अस्पताल में 4 घंटे तक महिला और उसके पति ने डॉक्टर का इंतजार किया, लेकिन कोई देखने नहीं आया। आखिर में नर्सों ने जब देखा महिला की हालत बिगड़ रही है तो उनको एमजीएम ले जाने की सलाह दी। एमजीएम अस्पताल में माँ-बच्चा को उतार कर वार्ड में ले जाया गया, जहां दोनों स्वस्थ हैं। महिला को लड़की हुई है। एमजीएम में बेड नहीं मिला इसलिए दंपती जमीन पर बैठ कर नवजात सिसु की देखभाल कर रहे हैं।