पारा शिक्षकों के लिए हेमंत सोरेन ने कहा कि पहले पारा शिक्षकों को अपने अधिकार के लिए सड़कों पर रहने को विवश होना पड़ता था। आज सम्मान के साथ सहायक अध्यापक के नाम से पारा शिक्षक स्कूल में बच्चों को पढ़ा रहे हैं।
वर्षों से लचर पड़ी व्यवस्था को हम ठीक कर रहे हैं।सभी गरीब, वंचित तथा शोषितों को अधिकार और सम्मान दे रहे हैं।