रांची कांग्रेस महानगर उपाध्यक्ष दीपक ओझा ने कहा कि भाजपा का चाल और चरित्र दोनों उजागर हो गया। बाबूलाल मरांडी जी झारखंड के प्रथम मुख्यमंत्री जब थे तो उन्होंने डोमिसाइल के नाम पर पूरे झारखंड को जलाया था और आज TAC की बैठक के बहिष्कार से भाजपा का आदिवासीविरोधी चेहरा सामने आया कमाल की बात है कि इतने अनुभवी तपे तपाये नेता आदरणीय घटनोत्तरस्वीकृति प्राप्त नेता प्रतिपक्ष के द्वारा आधिकारिक प्रेस वार्ता के दौरान सरकार के अधिसूचना को झूठा साबित करने का प्रयास किया
क्या विधानसभा सदस्य श्रीमती सीता_सोरेन जी महिला सदस्य नहीं हैं ।राजनीतिक स्थापत्य के लिए और कितना झुठ बोलेंगे बाबूलाल मरांडी जी। बीजेपी के लोग चुनाव में लोगों का वोट लेने के लिए कुछ भी बोलते हैं और उसके बाद उनके नेता इस तरह का बयान देते हैं जो आदिवासी विरोधी है। अब इस बयान के बाद झारखंड की जनता ही फैसला करेगी कि इस तरह के नेता उनके बारे में क्या अच्छा सोचेंगे।