सत्य हिंसा के पुजारी थे महात्मा गांधी, उनके कर्मों के कारण उसे राष्ट्रपिता, महात्मा और बापू कहते थे।

न्यूज़
Spread the love

सत्य हिंसा के पुजारी थे महात्मा गांधी, उनके कर्मों के कारण उसे राष्ट्रपिता, महात्मा और बापू कहते थे।

भारत के इतिहास में 2 अक्टूबर के दिन का एक खास महत्व है. स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस के जैसा ही तरह दो अक्टूबर को भी राष्ट्रीय पर्व का दर्जा हासिल है.हर साल 2 अक्टूबर को देश गांधी जयंती और लाल बहादुर शास्त्री जी जन्मदिन के लिए याद करता ह ।

बापू ने सालों पहले जो हमें राह दिखाई है हम उसी पर चलकर अपने देश का नाम रौशन करेंगे और हिंसा की जगह हमेशा अहिंसा का रास्ता लेंगे क्योंकि सत्य की हमेशा जीत होती है. ये बापू के विचार हमें लोगों तक पहुंचाने चाहिए… जय हिंद जय भारत

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *