सिद्धू मूस वाला हत्याकांड के मुख्य संदिग्ध गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई को पटियाला हाउस कोर्ट ने 10 दिनों की एनआईए हिरासत में भेज दिया है।
अदालत के सामने आतंकवाद-रोधी एजेंसी की गवाही के अनुसार, बिश्नोई से सिद्धू मोसे वाला की हत्या के बारे में पूछताछ की जानी चाहिए।
एनआईए ने कहा, ‘पाकिस्तान से सामग्री आ रही है। मूस वाला जैसे लोग सिर्फ निशाने पर होते हैं। एक बड़ी साजिश की जांच की जा रही है।”
पंजाब पुलिस के एक अधिकारी के मुताबिक, एनआईए ने लॉरेंस बिश्नोई को उनके खिलाफ दायर एक मामले में हिरासत में लिया है। राज्य द्वारा उसके खिलाफ लाए गए अन्य मामलों के कारण वर्तमान में वह बठिंडा जेल में बंद है।
बिश्नोई को इस साल जून में पंजाब पुलिस द्वारा दिल्ली से पंजाब लाया गया था ताकि वे गायक सिद्धू मोसे वाला की मौत के संबंध में उससे पूछताछ कर सकें।
राज्य पुलिस ने बाद में कई अन्य मामलों में बिश्नोई को हिरासत में लिया जो उनके खिलाफ पंजाब में दायर किए गए थे। गैंगस्टर और उसके कुछ सहयोगी जबरन वसूली, हत्या और हत्या के प्रयास सहित कई अपराधों के लिए वांछित थे।
29 मई को, शुभदीप सिंह सिद्धू, जिन्हें सिद्धू मूस वाला के नाम से भी जाना जाता है, की पंजाब के मनसा जिले में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। मनसा के जवाहर के गांव में अपने दोस्त और चचेरे भाई के साथ जीप में सवार होकर मूसेवाला की हत्या कर दी गई थी। उनकी कार को छह शूटरों ने रोका, जिन्होंने फिर उन पर गोलियां चला दीं।
कनाडा स्थित लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के सदस्य गोल्डी बराड़ ने हत्या की जिम्मेदारी ली है।