राजस्थान में राजनीतिक संकट का समाधान अब दिल्ली के बजाय कर्नाटक से निकलने की उम्मीद है। कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी राहुल गांधी की भारत जोड़ी यात्रा में शामिल होने कर्नाटक पहुंच गई हैं, जहां उनके राहुल से मिलने की संभावना है. बताया जा रहा है कि सोनिया और राहुल कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव और राजस्थान में हाल के राजनीतिक घटनाक्रम के साथ-साथ नेतृत्व परिवर्तन पर भी बात कर सकते हैं.
इसके साथ ही कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल भी कर्नाटक में हैं। सोनिया गांधी का 4 दिनों के लिए कर्नाटक के मैसूर में रहने का कार्यक्रम है। गौरतलब है कि हाल ही में वेणुगोपाल ने कहा था कि राजस्थान को लेकर आने वाले 2 से 3 दिनों में फैसला लिया जा सकता है, ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि राजस्थान में सीएम पद पर जल्द ही फैसला हो सकता है. राजस्थान में कांग्रेस आलाकमान को तय करना है कि अशोक गहलोत को बरकरार रखा जाए या सचिन पायलट को कुर्सी सौंपी जाए। वहीं गहलोत ने सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद यह भी कहा था कि सीएम पद का फैसला शीर्ष नेतृत्व यानी गांधी परिवार ही करेगा. 25 सितंबर को गहलोत गुट के विधायकों ने राजस्थान में आलाकमान द्वारा भेजी गई पर्यवेक्षकों और विधायक दल की बैठक का बहिष्कार किया था, जिसके बाद गांधी परिवार ने गहलोत के प्रति कड़ी नाराजगी व्यक्त की थी. हालांकि गहलोत ने पूरी घटना के लिए सोनिया गांधी से माफी मांगी है, लेकिन राजनीतिक पंडितों का कहना है कि राजस्थान का मुद्दा पार्टी आलाकमान की विश्वसनीयता का सवाल है, ऐसे में कोई भी ठोस कार्रवाई कार्यकर्ताओं को गलत संदेश नहीं दे सकती.