प्रखंड क्षेत्र में मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया को लेकर प्रशासन के द्वारा अब तक की गई तैयारी पूरी तरह खानापूर्ति साबित हुई है. इसका परिणाम है कि ग्रामीण क्षेत्र के चेकाम तथा छतरडांगा गांव में लगभग एक दर्जन सबर मलेरिया की चपेट में है. सभी को अनुमंडल अस्पताल घाटशिला में भर्ती कराया गया है. इसमें लेदा सबर 40 वर्ष, बुद्धू सबर (22वर्ष), दीपाली सबर (16 वर्ष), शुरू सबर (17 वर्ष), लबांग सबर (13वर्ष), तारामणि सबर (8वर्ष), सूरजमनी सबर (12वर्ष) सभी मरीज फाल्सीपेरम मलेरिया से ग्रसित है. जलेश्वरी सबर (22वर्ष), भूतनाथ खबर (18 वर्ष) और शुक्र मणि सबर वाइवैक्स मलेरिया से ग्रसित है. ये सभी छतरडांगा के रहने वाले हैं.
सभी का ट्रामा सेंटर में चल रहा है इलाज
इनके अलावा चेकाम गांव की सुनीता सबर (14 वर्ष) की जांच की गई तो वो भी मलेरिया से पीड़ित पाई गई. सभी मरीजों का इलाज डॉ. मोगली हांसदा की देखरेख में अनुमंडल अस्पताल के ट्रामा सेंटर में चल रहा है. इस संबंध में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. आरएन सोरेन ने बताया कि अस्पताल से एंबुलेंस भेज कर सभी मरीजों को लाया गया है. सबर परिवार अस्पताल में रहना नहीं चाहते हैं उन्हें जबरन रखा गया है. ताकि सही और समुचित इलाज हो सके.