झारखंड में बेरोजगार युवाओं की संख्य़ा लगातार बढ़ती जा रही है. साल दर साल इनकी संख्या में वृद्धि हो रही है. पिछले तीन साल के दौरान झारखंड के विभिन्न नियोजनालयों में 4.25 लाख युवाओं ने अपना रजिस्ट्रेशन कराया है. खास बात यह है कि इसंमें अधिकांश युवा जेनरल एजुकेशन की डिग्री हासिल की है. किसी भी तरह की तकनीकी शिक्षा प्राप्त नहीं की है. 4.25 लाख निबंधित युवाओं में से अब तक सिर्फ 21050 लोगों भर्ती कैंप और रोजगार मेला के माध्यम से निजी प्रतिष्ठानों में नौकरी मिल पाई है. वहीं सरकारी विभागों में भी 62 फीसदी पद खाली पड़े हैं हालांकि झारखंड राज्य कर्मचारी चयन आयोग, जेपीएससी के माध्यम से कई प्रतियोगिता परीक्षाओं का आयोजन किया जा रहा है.
सरकारी विभागों में दरकार है 2.87 लाख कर्मियों की
राज्य सरकार के सरकारी विभागों में भी कर्मचारियों की भारी कमी है. वर्तमान में राज्य के सरकारी विभागों में 4.66 लाख नियमित पद स्वीकृत हैं. इसके विरुद्ध 1.79 लाख कर्मचारी ही कार्यरत हैं. 2.87 लाख पद खाली पड़े हुए हैं.
शहरों में सबसे अधिक महिलाएं बेरोजगार
सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी के अनुसार झारखंड के ग्रामीण क्षेत्रों की तुलना में शहरी क्षेत्रों में महिलाओं की बेरोजगारी अधिक है. ग्रामीण महिलाओं की बेरोजगारी दर जहां सबसे कम 5.1 फीसदी है, वहीं शहरी महिलाओं की बेरोजगारी दर 11.5 फीसदी है. यह दोगुना से भी अधिक है. वहीं पूरे झारखंड में बेरोजगारी दर 7.87 फीसदी है.
किस साल कितने को मिला रोजगार
वित्तीय वर्ष कितने को रोजगार
2019-20 13667
2020-21 2504
2021-22 2119
2022-23 2760