बीसीसीएल ब्लॉक दो की महत्वकांक्षी परियोजनाओं में से एक न्यू मधुबन कोल वाशरी अपने नव निर्माण के पश्चात विगत दो वर्षो से बंद रहने के उपरांत चालू होने की चर्चा के साथ ही विवादों में घिर गई है. बताते दें कि इस न्यू मधुबन वाशरी में स्थानीय असंगठित मजदूरों को नियोजन दिए जाने के सवाल पर दो गुट आमने-सामने हो गए हैं. जिस कारण यहां दोनों गुटों में टकराव की आशंका बनी हुई है. जानकारी के अनुसार, न्यू मधुबन वाशरी के चालू होने की ख़ुशी में खानुडीह पंचायत के मुखिया पति गोपाल महतो के आग्रह पर वाशरी प्रबंधन द्वारा स्थानीय पांच ग्रामीणों को सफाई कार्य के लिए नियुक्त किया. लेकिन चार-पांच दिनों के उपरांत प्रबंधन द्वारा इन नियुक्त किये गए लोगों को काम से बाहर कर दिया गया. जिस कारण मुखिया पति गोपाल महतो के नेतृत्व में स्थानीय ग्रामीणों ने विगत दो दिनों से वाशरी का काम-काज ठप करा दिया. इनकी यह मांग है कि हटाए गए मजदूरों की दोबारा बहाली की जाये. इधर, न्यू मधुबन वाशरी के चालू होने की खबर पाकर दूसरे गुट के राजू शर्मा के नेतृत्व में स्थानीय ग्रामीणों ने वाशरी परिसर में नियोजन की मांग को लेकर प्रदर्शन किया. बत दें कि दोनों गुटों के इस तहरीर के कारण यहां तनाव की स्थिति बनी हुई है. अब देखना है की दो वर्षो से बंद पड़ी न्यू मधुबन वाशरी अपने पीजी टेस्ट (परफॉर्मेंस गारंटी टेस्ट) के उपरांत चालू होती है या विवाद के चक्कर में बंद रहती है.