बीएसएफ के शहीद जवान किशन दुबे को मरणोपरांत को पुलिस मेडल गैलेंट्री से सम्मानित किया गया. शहीद किशन दुबे की मां जगमाया देवी को गृह मंत्री ने पुलिस मेडल गैलेंट्री देकर सम्मानित किया. जगमाया देवी अपने बेटे के साथ जमशेदपुर से आईं थी. 141 बटालियन में तैनात किशन दुबे को 2015 में हुए पाकिस्तानी फायरिंग में गोली लगी थी. गोली लगने के बावजूद पाकिस्तानी फायर का जवाब देते हुए वह शहीद हो गए थे. मरणोपरांत दूसरा पुरस्कार शहीद विपुल बोरा की पत्नी को दिया गया. विपुल बोरा एएसआई थे. 2019 में छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में तैनात थे. नक्सली ऑपरेशन के दौरान हुए आईईडी ब्लास्ट के बाद अंधाधुंध फायरिंग में शहीद हो गए थे. इनकी वीरांगना पत्नी दीपा बोरा को गृहमंत्री ने मेडल देखकर सम्मानित किया. तीसरा मरणोपरांत पुलिस पदक गैलेंट्री छत्तीसगढ़ के राजा नंद गांव निवासी शहीद तूमेश्वर यादव की पत्नी दीपा यादव को दिया गया. शहीद तूमेश्वर यादव 2019 में दंतेवाड़ा में ही हुए नक्सली आईईडी विस्फोट में शहीद हो गए थे. इन्हें मिला पुलिस पदक
इसके अलावा चौथा पुलिस गैलेंट्री पदक धनबाद की शहीद इसरार खान की मां खैरा निशा को दी गई. 2019 में इसरार खान भी छत्तीसगढ़ के दांतेवाड़ा में हुए आईईडी विस्फोट में शहीद हो गए थे. इनकी मां पदक लेने बीएसएफ की स्थापना दिवस पर हजारीबाग आईं थी. इसके अलावा पुलिस पदक उत्कृष्ट सेवा के लिए सहायक कमांडेंट योगेश कुमार, असिस्टेंट कमांडेंट गोगो कुमार जे, इंस्पेक्टर गोपाल रोम, इंस्पेक्टर नरेंद्र, कांस्टेबल काजल सिंह व एएसपी पटना अनुपम कुमार को दिया गया. अनुपम कुमार पटना के दियारा में मिली सूचना के आधार पर आपराधिक गिरोह के 9 सदस्यों को घेराबंदी कर पकड़ा था. उनके पास से भारी मात्रा में हथियार और नगदी बरामद की गई थी. इन्हें इनकी सराहनीय सेवा के लिए पुलिस गैलेंट्री मेडल से सम्मानित किया गया. इनके बाद गृह मंत्री ने प्रेसिडेंट पुलिस मेडल उत्कृष्ट सेवा के लिए आईजी नई दिल्ली मुख्यालय के ईबदार सिंह, हजारीबाग प्रशिक्षण केंद्र एवं स्कूल के निदेशक सह आईजी कमलजीत सिंह बन्याल, आईजी टेकनपुर विनय कुमार झा,आईजी प्रशासनिक नई दिल्ली सुधीर कुमार को दिया गया.वर्गिश सी पुरस्कार पुरुषोत्तम सिंह आईजी सेवानिवृत्त , डीआईजी जितेंद्र कुमार बडला, डीआईजी भगत सिंह थोलिया को दिया गया. विशेष गौरव सम्मान
प्रशासनिक दक्षता के लिए संजय कुमार 16 बटालियन को दिया गया. इन्हें जनरल चौधरी ट्रॉफी दी गई है. इसके अलावा नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में विशेष ऑपरेशन के लिए सर्वश्रेष्ठ ब राजगोपाल सिंह नंदन को दिया गया है. सीमा प्रबंधन के लिए महाराणा प्रताप ट्रॉफी डीआईजी डीके बोरा, आईजी जम्मू कश्मीर को दिया गया. अश्वनी कुमार ट्रॉफी कुपवाड़ा के संजय शर्मा को दिया गया. शहीद किशन दुबे की मां हुईं भावुक
बीएसएफ जवान अमर शहीद किशन दुबे को पुलिस मेडल फॉर गैलंट्री अवॉर्ड से नवाजा गया. उनकी माता जगमाया देवी ने पदक प्राप्त किया.. पदक प्राप्त करने के बाद वह काफी भावुक भी हो गई. उनका दर्द आंखों में दिखा. लेकिन वह इस बात को लेकर खुश थी कि उनका बेटा देश के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया. उन्होंने बताया कि 9 जुलाई 2015 को किशन दुबे को जम्मू कश्मीर में अपने कर्तव्य नर्वहन के दौरान गोली लगी थी. वही उनके भाई रविशंकर दुबे बताते हैं कि 6 जुलाई को भाई की शादी की बात चल रही थी. घर में काफी उत्साह था. महज तीन दिनों के अंदर उत्साह खत्म हो गया. भाई देश के लिए शहीद हो गया.. उनकी चाहत है कि शहीद किशन दुबे की प्रतिमा शहर में लगे ताकि लोगों को प्रेरणा मिल सके. वे चाहते हैं कि परिवार के लोग भी बीएसएफ में भर्ती होकर देश की सेवा करें. नक्सली से लोहा लेते मो. इकरार खान हुए शहीद, मिला अवॉर्ड
छत्तीसगढ़ में नक्सलियों से लोहा लेते हुए मोहम्मद इकरार खान भी शहीद हो गए थे. उनके परिजन को भी पुलिस मेडल फॉर गैलंट्री अवॉर्ड से नवाजा गया. उनकी मां इस भावुक पल में कुछ भी नहीं कर पाई. आंख से आंसू और जुबान पर भारत माता की जय के अलावा कुछ नहीं निकला. शही मोहम्मद इकरार खान के पिता मोहम्मद आजाद खान ने कहा कि नक्सलियों से लोहा लेते हुए बेटा देश के लिए शहीद हो गया. आज बीएसएफ उन्हें पदक दे रहा है. यह बेहद भावुक पल है. उन्होंने मांग ही है कि बीएसएफ को अर्ध सैनिक बल का खिताब दिया गया है. लेकिन अब सेना का दर्जा देना चाहिए. क्योंकि देश सेवा के लिए बीएसएफ पूरे देश भर में जाना जाता है. सांसद जयंत सिन्हा ने शहीदों के परिजन से मिले, बंधाया ढांढ़स
हजारीबाग के सांसद जयंत सिन्हा ने शहीद के परिजनों से मुलाकात किया और उन्हें ढांढस भी बंधाया और कहा कि पूरा देश आपके परिवार वालों का ऋणी है. शहीद के परिजनों को पदक देने पर उन्होंने कहा कि बीएसएफ के जवान देश सेवा करते हुए कुर्बानी दी है. उनकी भूमिका देश के लिए महत्वपूर्ण है. अगर परिवार वालों को पहचान दी जा रही है तो यह बेहद बड़ी बात है. उन्होंने कहा कि यह पल उनके परिजनों के लिए भी भावुक है. हजारीबाग सांसद जयंत सिन्हा ने गृह मंत्री अमित शाह को हजारीबाग आने के लिए धन्यवाद दिया. कहा कि परेड बेहद आकर्षक हुआ. 1200 एकड़ में बीएसएफ का कैंप फैला हुआ है.600 एकड़ का वन क्षेत्र है जहां गृह मंत्री ने भ्रमण भी किया.भ्रमण करने के दौरान उन्होंने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि बीएसएफ ने इतने बड़े वन क्षेत्र को सुरक्षित रखा है. जयंत सिन्हा नी यह भी कहा कि हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र में रामगढ़ और मेरु में ट्रेडिंग सेंटर है .बीएसएफ सफलता के साथ काम भी कर रहा है. और यहां उच्च कोटि का प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है. उन्होंने यह भी कहा कि अमित शाह से राजनीतिक बिंदु पर चर्चा हुई. एग्जिट पोल पर उन्होंने गृह मंत्री को शुभकामना भी दिया. उन्होंने यह भी कहा कि झारखंड में आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनाव होना है, इस बिंदु पर भी चर्चा हुई.
