वबरही में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के कार्यक्रम के बाद निवर्तमान सांसद जयंत सिन्हा के पुत्र आशीर सिन्हा चर्चा में आ गए. उनका कांग्रेस नेताओं के साथ एक फोटो वायरल हुआ, जिसमें वे मंच पर दिखाई दे रहे हैं. साथ ही कहा गया कि उन्होंने कांग्रेस ज्वाइन कर लिया. हालांकि बाद में सांसद के करीबी ने इसका खंडन कर दिया. प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि वे बस कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष का भाषण सुनने गए थे. वैसे सवाल उठना लाजमी है कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष को सुनते-सुनते वे आखिर मंच पर कैसे जा पहुंचे? हालांकि लोग कह रहे हैं कि यह मामला कहीं पे निगाहें कहीं पे निशाना वाली बात है.
वहीं इस संबंध में मीडिया के समक्ष जयंत सिन्हा के बेटे आशीर सिन्हा ने कहा कि पहली बार कोई चुनावी कार्यक्रम में हिस्सा लिया हूं. जिस तरह से कार्यक्रम में भीड़ देखने को मिल रही है ऐसा पहले कभी नहीं देखा था. ऐसा लग रहा है कि हजारीबाग से जयप्रकाश भाई पटेल विजय होंगे. उनका ये भी कहना है कि राजनीति में आने का कोई शौक नहीं है. वह मॉडलिंग के क्षेत्र में अपना करियर बना रहे हैं. साथ ही हजारीबाग वासियों को कैसे फिट रखा जाए इसके लिए भी भविष्य में काम करना है. चुनावी सभा देखकर बेहद अच्छा लग रहा है. यह उत्सुकता है कि कैसे चुनाव में कैंपेनिंग होता है, कैसे लोग भाषण देते है. उनके साथ कई लोग भी उपस्थित रहे. जब भरी मंच से उन्होंने कहा कि वो जयंत सिन्हा के पुत्र हैं तो ताली की गड़गड़ाहट से माहौल गूंज उठा. वहीं कई लोगों ने उनके साथ सेल्फी लेते हुए भी दिखे. बहरहाल, यह दिखने वाली बात होगी ऋषभ वाटिका के दो पीढ़ी के समर्थन से जयप्रकाश भाई पटेल को कितना लाभ मिल पाता है.