प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट पीएम सूर्य घर फ्री बिजली स्कीम चार जून के बाद पूरे देश में लागू होगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कैबिनेट ने इसको लेकर निर्णय लिया था. मगर चुनाव घोषित हो जाने के कारण स्टेट को इसका लक्ष्य अभी तक नहीं किया गया है. केंद्र में नयी सरकार गठन के बाद इस स्कीम पर काम तेजी से शुरू होने की उम्मीद है. अगले 15 दिनों में झारखंड जेबीवीएनएल को भी टारगेट दिया जाएगा. प्रथम चरण में सरकार 300 यूनिट तक बिजली कंज्यूम करने वाले कंज्यूमरों को फ्री में सोलर प्लांट लगाएगी, इसमें कम आय और पीएम आवास कंज्यूमर शामिल होंगे.
क्या है स्कीम
कितना आएगा खर्च और कितनी मिलेगी सब्सिडी
सोलर प्लांट क्षमता | लागत | सब्सिडी |
1 किलोवाट | 50 हजार | 30 हजार |
2 किलोवाट | 1.10 लाख | 60 हजार |
3 किलोवाट | 1.45 लाख | 78 हजार |
नोट : 3 से 10 किलोवाट एवरेज बेंच मार्क डोमेस्टिक कंज्यूमरों का माना गया है, 10 किलोवाट तक 78 हजार ही सब्सिडी तय किया गया है.
किसे मिलेगा लाभ
कॉर्मिशियल कंज्यूमरों को इसका लाभ नहीं मिलेगा, केवल घेरलू को ही मिल पाएगा. जिसमें अपार्टमेंट तक शामिल है, बशर्ते अपार्टमेंट का इस्तेमाल कॉमर्शियल तौर पर न हो. सरकार पहले फेज में वैसे घरों को चिन्हित करेगी, जिसकी बिजली की खपत मासिक 300 यूनिट तक है. ऐसे परिवारों को पूरी तरह से फ्री सोलर प्लेट और मीटर लगाया जाएगा. कम आए वाले पीएम आवास के लाभुकों को इससे जोड़ने का लक्ष्य.
1 किलोवाट तक सोलर प्लेट लगाने के लिए कितनी जमीन की होगी जरूरत : 110 वर्ग फीट
अपार्टमेंट वाले कैसे उठा सकते हैं लाभ : हर अपार्टमेंट का एक सोसायटी होता है, अगर सोसायटी को दिक्कत न हो और आम सहमति बनी तो 10 किलोवाट तक घरेलू कंज्यूमर आम सहमति बनाकर अपार्टमेंट के उपर के खाली छत पर इसे लगा सकते हैं.
कैसे मिलेगी सब्सिडी : कमीशनिंग रिपोर्ट मिलने के बाद पोर्टल से बैंक खाते का विवरण और एक कैंसिलेशन चेक जमा करना होगा. 30 दिनों के अंदर सब्सिडी खाते में आ जाएगी.
कैसे करें आवेदन
–Pmsuryaghar.gov.in पर कंज्यूमर जाएं
-अप्लाई फॉर रूफटॉप सोलर के ऑप्शन पर क्लिक करें.
-रजिस्ट्रेशन पेज खुलेगा.
-इस पर अपनी जानकारी भरें.
-फिर बिजली कंपनी के फिजीबिलिटी अप्रुवल मिलते ही रजिस्टर्ड वेंडर से संपर्क करें.
-इंस्टॉलेशन के बाद नेट मीटर के लिए आवेदन करें.
-मीटर लगने के द कंपनी की टीम स्पॉट वेरिफिकेशन करेगी.
-संतुष्ट होने पर कंज्यूमर को सर्टिफिकेट दिया जाएगा.
आऊटगोईंग स्कीम का क्या होगा : आऊटगोईंग स्कीम जारी रहेगी. आऊटगोईंग स्कीम में 1 केवी पर 18, 2 केवी पर 36 और 3 केवी पर 54 हजार रूपए सब्सिडी दी जा रही है. देश का पहला कॉमर्शियल सेमीकंक्टर फैब बनाया जाएगा.
इससे पूरी योजना से करीब 17 लाख नए जॉब क्रिएट होने का दावा
-1.26 लाख करोड़ रूपए में देश का पहला कॉमर्शियल सेमीकंडक्टर फैब बनाया जाएगा.
-यह फैब टाटा और ताइवान की कंपनी पावरचिप बनाएगी, जिससे सालाना 300 करोड़ चिप बनाने का लक्ष्य रखा गया है.
-इस चिप का इस्तेमाल कंप्यूटर, इलेक्ट्रिक व्हीकल्स, टेलीकॉम, डिफेंस, कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स, ऑटोमोबाइल, पावर इलेक्ट्रॉनिक्स में होगा.
-इसके अतिरिक्त दो और सेमीकंडक्टर यूनिट भी लगायी जाएंगी. जिससे करीब 80 हजार जॉब क्रियेट का लक्ष्य रखा गया है.
-इस चिप का इस्तेमाल कंप्यूटर, इलेक्ट्रिक व्हीकल्स, टेलीकॉम, डिफेंस, कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स, ऑटोमोबाइल, पावर इलेक्ट्रॉनिक्स में होगा.
-इसके अतिरिक्त दो और सेमीकंडक्टर यूनिट भी लगायी जाएंगी. जिससे करीब 80 हजार जॉब क्रियेट का लक्ष्य रखा गया है.
यहां लगेगी सेमीकंडक्टर प्लांट
धोलेरा गुजरात : टाटा और पावरचिप का यूनिट, 91 हजार करोड़ निवेश, हर महीने 8 सेक्टर के लिए 25 करोड़ चिप बनाने का लक्ष्य
मोरीगांव असम : टाटा सेमीकंडक्टर असेंबली एंड टेस्ट प्राइ. लिमिटेड कंपनी लगाएगी यूनिट, 27 हजार करोड़ निवेश, 4.48 करोड चिप हर दिन तैयार करने का लक्ष्य है.
साणंद गुजरात : मुंबई की सीजी पावर जापान-थाईलैंड की कपंनियों लगाएगा यूनिट, 7600 करोड़ निवेश का लक्ष्य, 1.5 करोड़ चिप तैयार का लक्ष्य रखा गया है.