झारखंड पुलिस ने 11 और नक्सलियों पर इनाम घोषित किया है. इसके बाद झारखंड में अब इनामी नक्सलियों की संख्या बढ़कर 188 हो गयी. राज्य में जो इनामी नक्सली हैं, उसमें सेंट्रल कमेटी मेंबर व पोलित ब्यूरो मेंबर में एक करोड़ के चार , स्टेट एरिया कमेटी के 25 लाख के आठ, रीजनल कमेटी मेंटर के 15 लाख के 13, जोनल कमेटी मेंबर के 10 लाख के 14, सब जोनल कमेटी मेंबर के 5 लाख के 17, एरिया कमेटी मेंबर में दो लाख के 11 और साधारण सदस्यों में एक लाख के 21 नक्सली हैं. इसमें सीपीआई माओवादी, पीएफआई, जेजेएमपी और टीपीसी के उग्रवादी शामिल हैं.
इन 11 नक्सलियों पर किया गया इनाम घोषित :
- -कुंदन खेरवार : 10 लाख
- -सलमान उर्फ लोकेश : 10 लाख
- -रवि गंझू : 10 लाख
- -पकांडे होनहाना : 05 लाख
- -मनीष यादव : 05 लाख
- -शिवराज सिंह : 05 लाख
- -शिव सिंह : 05 लाख
- -अनिल तूरी : 05 लाख
- -जितेंद्र सिंह : 02 लाख
- -राजू भुइयां : 02 लाख
- -बाबूलालजी : 01 लाख
- नक्सलियों के साये से मुक्त रहा लोकसभा चुनाव
- झारखंड में पहली बार सभी 14 सीटों पर नक्सली हिंसा के बिना मतदान संपन्न हुआ. राज्य में 3479 बूथ नक्सल प्रभावित थे, जबकि 9460 संवेदनशील श्रेणी के थे. लेकिन कहीं से भी किसी तरह की हिंसा नहीं हुई. झारखंड के अलग राज्य बनने के बाद यह पहला अवसर है, जब जवान फ्रंटफुट पर अभियान चला रहे हैं और नक्सली बैकफुट पर हैं. एक तरफ सुरक्षाबलों ने पिछले 17 महीने के दौरान 16 नक्सलियों को मुठभेड़ में मार गिराया है. वहीं 142 बड़े नक्सलियों को भी गिरफ्तार भी किया. साथ ही पुलिस की दबिश से परेशान होकर 52 नक्सलियों ने आत्मसमपर्ण किया. सुरक्षाबलों की तैयारी को देखते हुए यह कहा जा सकता है कि अब झारखंड में नक्सली खत्म होने के कगार पर हैं.
- पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में मारे जा रहे ग्रामीण
- सुरक्षाबलों की ओर से नक्सलियों के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है. इस अभियान के दौरान नक्सलियों को काफी नुकसान पहुंचा है. इस कार्रवाई से परेशान भाकपा माओवादी के नक्सली ग्रामीणों की हत्या कर रहे हैं. पिछले 16 महीने में नक्सलियों ने 20 ग्रामीणों की हत्या की है. साथ ही इस मुठभेड़ में सात पुलिस बल के जवान भी शहीद हुए हैं. इसके अलावा 36 मुठभेड़ की घटना हुई है.