पीएम नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव का लोकसभा में जवाब दिया. राष्ट्रपति के अभिभाषण पर बोलते हुए पीएम मोदी ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. अपने भाषण के दौरान मोदी ने कहा कि यह लगातार तीसरी बार है, जब कांग्रेस पार्टी 100 का आंकड़ा नहीं पार कर सकी है. उन्होंने राहुल गांधी के हिंदू वाले बयान को लेकर भी पलटवार किया और सवाल पूछा कि इस देश के हिंदुओं के साथ ये है आपका व्यव्हार? उन्होंने कहा कि एक सोची समझी रणनीति के तहत हिंदुओं पर हमला किया जा रहा है. पीएम कहा कि इन लोगों का झूठ हमारे देश के नागरिकों की विवेकबुद्धि पर आशंका व्यक्त करता है. इनका झूठ देश के सामान्य विवेद बुद्धि पर एक तमाचा मारने की निर्लज्ज हरकत है. ये हरकतें देश की महान परंपराओं पर तमाचा है. सदन में शुरू हुई झूठ की परंपरा पर कठोर कार्रवाई करेंगे, ये देशवासियों की भी और इस सदन की भी अपेक्षा है. कांग्रेस ने संविधान और आरक्षण पर भी हमेशा झूठ बोला है. पीएम राहुल को एक ऐसा बिगड़ा बालक बताया, जिसे कांग्रेस पार्टी ने दुलार देकर बिगाड़ दिया है.
उन्होंने कहा कि आज मैं 140 करोड़ देशवासियों के सामने सच्चाई रखना चाहता हूं. आपातकाल का ये 50वां वर्ष है. इमरजेंसी सिर्फ और सिर्फ सत्ता के लोभ के खातिर, तानाशाही मानसिकता के कारण देश पर थोपा गया तानाशाही शासन था. कांग्रेस क्रूरता की सभी हदें पार कर गई. उसने अपने ही देशवासियों पर क्रूरता का पंजा फैलाया था. और देश के ताने-बाने के छिन्न-विछिन्न करने का पाप किया. सरकारों को गिराना, मीडिया को दबाना, हर कारनामे संविधान की भावना के खिलाफ, संविधान की धाराओं के खिलाफ, संविधान के एक-एक शब्द के खिलाफ थी.
पीएम मोदी ने कहा कि ये वो लोग हैं जिन्होंने प्रारंभ से देश के दलितों के साथ, पिछड़ों के साथ घोर अन्याय किया है. इसी कारण से बाबा साहब अंबेडकर ने कांग्रेस की दलित विरोधी, पिछड़ा विरोधी मानसिकता के कारण नेहरू जी की कैबिनेट से इस्तीफा दिया था. उन्होंने पर्दाफाश किया था कि कैसे नेहरू जी ने दलितों-पिछड़ों के साथ अन्याय किया और बाबा साहब अंबेडकर ने कैबिनेट से इस्तीफा देते हुए जो कारण बताए थे, वो इनके चरित्र को दर्शाते हैं.