मनोहरपुर थाना क्षेत्र के गोपीपुर बांध टोला से रविवार को दिल को झकझोर देने वाली घटना सामने आई है. यहां एक आवारा कुत्ते ने घर में घुस कर छह माह की बच्ची पर हमला कर दिया और नोच-नोच कर उसे मार डाला. जानकारी के मुताबिक, गोपीपुर बांध टोला निवासी अजय हो की पत्नी बिनीता अपनी छह माह की बेटी रीतिका को कमरे में जमीन पर लिटकार घर के पीछे स्थित बरामदे में काम कर रही थी.
इसी दौरान एक आवारा कुत्ता घर में घुस गया और कमरे में सो रही बच्ची पर बुरी तरह से नोच डाला. इससे बच्ची गंभीर रूप से जख्मी हो गई और थोड़ी ही देर में ही उसकी मौत हो गई. इस घटना के बाद परिजनों का का रो-रो कर बुरा हाल था. बच्ची की मां रोते-राेते बार-बार बेहोश हो जा रही थी. अपनी आंखों के सामने जिगर के टुकड़े की इतनी दर्दनाक मौत, आखिर एक मां सहन भी कैसे सकती है? वहीं, इस घटना की आसपास के कई गांवों में चर्चा है.
बच्ची को काटते हुए कमरे से बाहर ले गया कुत्ता
मृत बच्ची की मां बिनीता ने बताया की घटना के वक्त वह घर के पीछे कुछ काम कर रही थी, तभी एक कुत्ता घर के भीतर घुस गया और सो रही उसकी बच्ची पर हमला कर दिया. कुत्ता इतना हिंसक और आक्रामक था कि वह बच्ची को काटता हुआ घर से बाहर खींच कर ले गया. जब बिनीता की नजर पड़ी, तो वह शोर मचाने लगी. इसके बाद ग्रामीण पहुंचे और कुत्ते को मारने के लिए दौड़ाया, तो कुत्ता भाग गया.
घटना के बाद से गांव के लोगों में दहशत व्याप्त
इस घटना से गांव के लोगों में कुत्ते के आतंक से फिर से दहशत मच गया है. क्योंकि कुछ दिन पहले मनोहरपुर में कुछ कुत्ते पागल हो गए थे और लगातार लोगों को काट रहे थे. अब एक बार फिर से मनोहरपुर में खूंखार कुत्ते ने एक मासूम बच्ची को मौत के घाट उतार दिया है. इस घटना के बाद गांव के लोग दहशत में हैं. अपने-अपने बच्चों को अपनी आंखों से ओझल नहीं होने दे रहे हैं.
झारखंड में हर माह 2300 लोग कुत्ता काटने के शिकार
राज्य भर में कुत्ते के काटने के आंकड़े में वृद्धि हुई है. स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार, राज्य में हर माह औसतन 2300 से ज्यादा लोग कुत्ता काटने के शिकार हो रहे हैं. वहीं जमशेदपुर जिले की बात करें, तो इस साल कुत्ते के काटने के मामलों में पिछले साल की तुलना में काफी वृद्धि देखी गई है. जनवरी से जून 2024 तक 6,892 लोगों को कुत्तों ने काटा. जिला निगरानी विभाग के अनुसार, इस साल कुत्तों के काटने के मामले में वृद्धि हुई है. वर्ष 2023 में अप्रैल से दिसंबर महीने तक, कुत्ते के काटने के 8,846 मामले सामने आए थे. इसके विपरीत वर्ष 2024 में जनवरी से जून माह के दौरान 6,892 मामले सामने आए.
झारखंड में आवारा कुत्तों के काटने के मामले बढ़े
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने पिछले साल दिसंबर में बताया था कि भारत में कुत्ते के काटने की घटनाओं में साल-दर-साल 26.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. वर्ष 2022 में यह आंकड़ा 2.18 मिलियन था, जो 2023 में बढ़ कर 2.75 मिलियन हो गया. राज्यसभा में प्रस्तुत एक रिपोर्ट में मंत्रालय की ओर से बताया गया था कि झारखंड, केरल, दिल्ली, असम और चंडीगढ़ में आवारा कुत्तों के काटने के मामलों में साल-दर-साल सबसे अधिक वृद्धि देखी गई है.