विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण का मतदान कल है लेकिन उससे ठीक पहले ही चर्चाओं का बाजार गर्म हो चुका है , कौन पार्टी कितने सीट लायेगा किसकी सरकार बनेगी , तमाम तरह के विश्लेषण सामने लाए जा रहे है लेकिन ठीक मतदान से पहले सूत्रों के हवाले से सिल्ली विधानसभा सीट से बड़ी खबर सामने आ रही है कि अमित महतो को बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है I ज्ञात हो कि अमित महतो कुछ समय के लिए जेएमएम से दूर चले गए थे और फिर से उनकी जेएमएम में एंट्री भी हुई है और सिल्ली विधानसभा सीट से उनकी दावेदारी सबसे ज्यादा मजबूत दिख रही है , हालांकि सिल्ली पर फिलहाल सुदेश महतो का कब्जा है लेकिन इस बार सिल्ली विधानसभा में मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है क्योंकि जेएलजेएम के देवेंद्रनाथ महतो भी अपनी जगह काफी मजबूत बनाए हुए है , सीधे तौर पर उनकी लड़ाई सुदेश महतो और अमित महतो से होगी I ज्ञात हो कि देवेंद्रनाथ का लोकसभा चुनाव का परफॉर्मेस चौंकाने वाला था और अब यह आंकलन किया जा रहा है कि यह शख्स इस विधानसभा सीट में बड़ा चमत्कार करने की क्षमता रखता है I हालांकि राजनीतिक विशेषज्ञों की माने तो देवेंद्र और सुदेश दोनो की राजनीत महतो और कुरमी वोटरों के इर्द गिर्द ही घूमती है इसलिए दोनो एक दूसरे के लिए ही मुसीबत बनेंगे लेकिन इन दोनो के बीच अमित महतो का रास्ता साफ होता दिख रहा है ,पलड़ा अमित महतो का ही भारी है I क्योंकि पहले तो उनके साथ जेएमएम का ठप्पा जो इस बार के विधानसभा चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में सबके सामने है , कारण यह है कि सरकार अंतिम समय में हेमंत सरकार के द्वारा लिए गए बैक टू बैक फैसले और उनको तुरंत अमलीजामा पहनाया जाना , मइयां सम्मान योजना की धूम पूरे झारखंड में है , और इस चुनाव में सबसे बड़ा हथियार इंडिया गठबंधन का यही है I दूसरा अमित महतो का मजबूत होने का कारण यह भी बताया जा रहा है लोकसभा हेमंत सोरेन के जेल जाने वाले मामले से कहीं न कहीं इस बार राज्य की जनता खासकर आदिवासी जनता भाजपा से बेहद नाराज दिख रही है जिसका ट्रेलर लोकसभा चुनाव में हम पहले ही देख चुके है और अब पूरी फिल्म जल्द ही रिलीज होगी I लेकिन इन सबके बीच अमित महतो को बड़ी जिम्मेदारी देने की बात इसलिए भी उठ रही है क्योंकि अमित महतो बहुत ही कठिन समय में वापस लौटकर जेएमएम आए दूसरा हेमंत के काफी करीबी भी माने जाते है I सुदेश को पहले भी सिल्ली से पटखनी देने में कामयाब रह चुके है , और भाजपा के सबसे प्रमुख सहयोगी दल के मुखिया को अगर इस बार फिर से अमित महतो हराने में कामयाब हो जाते है तो उनकी बड़ी जिम्मेदारी पर मुहर लगना लाजिमी होगा I सिल्ली की जनता को भी इससे बड़ा लाभ मिलेगा क्योंकि अगर अमित महतो को कोई मंत्रालय की जिम्मेदारी अगर सौंप दी जाती है तो एक विधायक से बढ़ चढ़कर एक मंत्री जनता के फायदे के लिए काम कर सकता है , वैसे फिलहाल 23 नवंबर का इंतेजार कीजिए और जनता के जनादेश का इंतजार कीजिए I