मारंग गोमके जयपाल सिंह मुंडा की 122 वी जयंती के शुभ अवसर पर केंद्रीय सरना समिति के तत्वाधान में श्री बबलू मुंडा की अगुवाई में जयपाल सिंह मुंडा स्टेडियम कचहरी रोड रांची में फूल माला पहनकर जयंती मनाई गई साथ ही साथ मारंग गोमके जयपाल सिंह मुंडा की जीवनी पर प्रकाश डाला गया*। *इस क्रम में केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष श्री बबलू मुंडा ने कहा कि मारंग गोमके जयपाल सिंह मुंडा झारखंड अलग राज्य की मांग करने वाले महान प्रथम* *आंदोलनकारी थे और उन्ही का सपना था कि झारखंड अलग राज्य बने और झारखंड के आदिवासी और मूलवासी का जीवन अस्त्र ऊंचा उठे जल* *जंगल जमीन भाषा संस्कृति एवं खनिज संपदा की रक्षा हो उनके सपने का अलग झारखंड राज्य बन गया लेकिन उनके किऐ हुए कार्यों को सत्ता के लोभी*
*नेता गण धूमिल करने का कार्य कर रहे हैं और नहीं चाहते हैं की झारखंड के इस महान* *आंदोलनकारी के विषय में झारखंड के लोग जाने इसलिए उनकी जयंती के पर किसी भी तरह के राज्य सरकार द्वारा वृत्त कार्यक्रम नहीं किया जाता है। झारखंड सरकार मुंडा विरोधी सरकार है श्री बबलू मुंडा ने यह भी कहा की जयपाल सिंह मुंडा स्टेडियम में मारंग गोमके जयपाल सिंह मुंडा की जयंती पर तीन दिवसीय फुटबॉल प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता था लेकिन फुटबॉल कोर्ट में त्रुटि होने के कारण और फुटबॉल कोर्ट से सटे हुए दर्शकों के बैठने के लिए गैलरी भी बना दिया गया है उसे गैलरी के कारण फुटबॉल खिलाड़ियों का खेल के दौरान दुर्घटना हो जाती थी उसे गैलरी को हटाने के लिए केन्द्रीय सरना समिति द्वारा झारखंड सरकार के नगर विकास मंत्री, रांची नगर निगम के प्रशासक ,उप प्रशासक और अभियंता प्रमुख को मांग पत्र शॉप कर अवगत कराया गया था लेकिन रांची नगर निगम की लापरवाही के कारण नहीं हटाया गया। इस कारण मारग गोमके जयपाल सिंह मुंडा की जयंती पर फुटबॉल प्रतियोगिता का आयोजन नहीं किया गया यह बड़े ही दुर्भाग्य की बात है। श्री बबलू मुंडा ने कहा कि आने वाले दिनों में राज्य सरकार एवं जिला प्रशासक के विरुद्ध केन्द्रीय सरना समिति द्वारा जोरदार आंदोलन किया जाएगा और गैलरी हटने के बाद फुटबॉल प्रतियोगिता कराया जाएगा। मुख्य पहान श्री जगलाल पहान ने कहा कि राज्य सरकार एवं रांची नगर निगम हमारी मांगे पुरी नही करती है तो इसे पूरे झारखंड पर आंदोलन करेंगे। इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से केन्द्रीय सरना समिति अध्यक्ष श्री बबलू मुंडा, मुख्य पहान श्री जगलाल पहान, झारखंड आंदोलनकारी कुमोद कुमार वर्मा, मुन्ना हेमरोम, विशाल मुंडा, आशीष मुंडा, राजू पहान, प्रेम लिंडा, आर्यन छतरी, चिकू लिंडा, शुभम मुंडा, विकास सांगा, आशीष लिंडा, भोला केसरी आदि उपस्थित थे।
