माननीय राज्यपाल श्री संतोष कुमार गंगवार ने ‘राष्ट्रीय मतदाता दिवस’ के अवसर पर आर्यभट्ट सभागार, राँची में आयोजित समारोह में सभी मतदाताओं को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि यह दिवस लोकतंत्र के प्रति हमारे संकल्प और नागरिक जिम्मेदारियों का प्रतीक है।
राज्यपाल महोदय ने कहा कि प्रत्येक नागरिक का मतदान करना न केवल उसका संवैधानिक अधिकार है, बल्कि एक परम कर्तव्य भी है। उन्होंने भारत निर्वाचन आयोग के 75 वर्षों के सफल संचालन का उल्लेख करते हुए कहा कि लोकतंत्र को सशक्त बनाने में आयोग का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।
राज्यपाल महोदय ने इस अवसर पर झारखंड की जनता से आग्रह किया कि वे सदैव जाति, धर्म, भाषा या प्रलोभनों से ऊपर उठकर मतदान करें पूरे विवेक के साथ मतदान करें। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय मतदाता दिवस सभी नागरिकों को उनकी जिम्मेदारियों को बताता है। इस वर्ष के ‘राष्ट्रीय मतदाता दिवस’ की थीम ‘वोट जैसा कुछ नहीं, वोट जरूर डालेंगे हम’ का उल्लेख करते हुए उन्होंने इसे प्रेरक और जागरूकता बढ़ाने वाला बताया। उन्होंने झारखंड के युवाओं से विशेष रूप से आह्वान किया कि वे 18 वर्ष की आयु पूर्ण होते ही मतदाता सूची में अपना नाम दर्ज कराएँ और लोकतंत्र को मजबूत करने में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें।
राज्यपाल महोदय ने कहा कि लोकतंत्र की सफलता जनता की जागरूकता और भागीदारी पर निर्भर करती है। उन्होंने निर्वाचन प्रक्रिया को सरल और पारदर्शी बनाने के लिए डिजिटल साधनों और अभियान चलाने वाले सभी अधिकारियों के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने लोकतंत्र को और अधिक सशक्त बनाने के लिए सभी नागरिकों से मिलकर कार्य करने का आह्वान किया।
राज्यपाल महोदय ने उक्त अवसर पर वरिष्ठ मतदाताओं और मतदाता सूची में नाम दर्ज कराने वाले युवा मतदाताओं को सम्मानित किया। साथ ही, उत्कृष्ट कार्य करने वाले बीएलओ को भी उनकी सेवाओं के लिए सम्मानित किया गया। इसके अतिरिक्त, चुनाव के सफल संचालन में योगदान देने वाले विभिन्न जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह-उपायुक्त, पुलिस अधिकारियों, सह-निर्वाचन पदाधिकारियों तथा अन्य पदाधिकारियों/कर्मियों को भी उनके प्रयासों के लिए सम्मानित किया गया।
