झारखंड विधानसभा में विपक्ष के नेता बाबूलाल मरांडी और रांची के विधायक सी.पी. सिंह द्वारा ईद बाजार को लेकर दिया गया बयान उनकी दिवालिया मानसिकता और सांप्रदायिक सोच को दर्शाता है। लेकिन इसमें इनकी कोई गलती नहीं है, क्योंकि ये बेचारे तो अपनी पार्टी में कद और रुतबा बढ़ाने की होड़ में लगे हैं। बीजेपी में वही नेता ऊपर जाता है जो अल्पसंख्यकों के खिलाफ ज़हर उगलने में माहिर हो।
इन दोनों नेताओं को शायद यह एहसास हो गया है कि केंद्रीय नेतृत्व उन्हें कोई खास तवज्जो नहीं दे रहा। ऐसे में ये योगी आदित्यनाथ और हिमंत बिस्वा सरमा जैसे नेताओं का फार्मूला अपनाना चाहते हैं—यानी मुसलमानों के खिलाफ भड़काऊ बयानबाजी करके पार्टी में अपनी स्थिति मजबूत करना।
हम सब जानते है की मेन रोड में ईद बाजार या किसी दूसरे धर्मिक उतसव का आयोजन परंपरा और सौहार्द का प्रतीक रहा है। रांची का मेन रोड हर धर्म के त्योहारों के दौरान दुकानों, पंडालों और बाजारों का गवाह रहा है। जन्माष्टमी के समय फरायालाल चौक को पूरा सजा दिया जाता है, दुर्गा पूजा के दौरान कई दिनों तक सड़कें बंद रहती हैं, छठ पूजा पर विशेष व्यवस्था होती है। उसी तरह, रमज़ान के आखिरी तीन दिनों में लगने वाला ईद बाजार पिछले 100 वर्षों से अधिक समय से जारी है। जब ब्रिटिश हुकूमत इस बाजार को नहीं रोक सकी, तो बाबूलाल मरांडी और सी.पी. सिंह किस खेत की मूली हैं?
मेन रोड में में ईद के समय बाजार लगना यह उतना ही अटल सत्य है जितना कि सूरज का पूरब से उगना और पश्चिम में डूबना। रमज़ान के आखिरी तीन दिनों में यह बाजार लगता है और फिर सड़कें सामान्य रूप से खुल जाती हैं।
सीपी सिंह और बाबूलाल मरांडी का ब्यान नफरत के साथ साथ कारोबार से जुड़ा मामला है। सी.पी. सिंह और बाबूलाल मरांडी जैसे नेताओं को समझना चाहिए कि इस तीन दिन के बाजार में बिकने वाला 90% सामान रांची के अपर बाजार के हिंदू व्यापारियों से खरीदा जाता है। यानी, इनका असली निशाना मुसलमान नहीं, बल्कि वे सैकड़ों हिंदू व्यापारी हैं जिनका माल इस बाजार में बिकता है।
झारखंड की जनता अब इनकी चाल समझ चुकी है। ये नेता सिर्फ राजनीतिक फायदे के लिए हिंदू-मुसलमान को लड़ाने का प्रयास कर रहे हैं, जबकि सच यह है कि झारखंड की गंगा-जमुनी तहज़ीब इनकी नफरत की राजनीति से कहीं ज्यादा मजबूत है।
मैं झारखंड के सभी नागरिकों, खासकर अपने हिंदू भाइयों से अपील करता हूं कि वे ऐसे नफरत फैलाने वाले नेताओं का सामाजिक और राजनीतिक बहिष्कार करें। हमें मिलकर इस ज़हर भरी राजनीति का विरोध करना होगा, ताकि झारखंड में प्रेम, भाईचारा और सद्भाव बना रहे।
तनवीर अहमद
सामाजिक कार्यकर्त्ता
9431101871
