गेगड़ा के भुरकुंडा मस्जिद कॉलोनी निवासी नैमून खातून नाम की महिला ने अपने पति आलम अंसारी पर तीन तलाक देने और परिवार के अन्य सदस्यों के साथ मारपीट करने का आरोप लगाते हुए बसल थाने में मामला दर्ज कराया है.
बासेल पुलिस ने मुस्लिम महिला (विवाह अधिकार संरक्षण) विधेयक 2019 व धारा 341, 323, 498-ए व 34 के तहत मामला दर्ज किया है. थाना प्रभारी अमर शुक्ला ने बताया कि मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गयी है.
आवेदन में नैमून ने कहा कि उसकी शादी अंसारी से अप्रैल 2018 में हुई थी जब वह 20 साल की थी जबकि उसके पति की उम्र करीब 51 साल थी। उनके पहले से ही पांच बेटे, तीन बेटियां और पोते हैं।
मेरे माता-पिता बहुत गरीब थे। जब शादी का प्रस्ताव आया तो पहले तो मेरे माता-पिता ने मना कर दिया। लेकिन बाद में आलम और मध्यस्थ तौकीर अंसारी ने बढ़ते दबाव से उन्हें मना लिया। निकाह मस्जिद कॉलोनी गेगड़ा में हुआ था। एक साल तक सब कुछ ठीक चला। इस बीच मेरा एक बेटा भी हुआ जो अभी तीन साल का है।’
बेटे के जन्म के बाद से नैमून आलम से परेशान था। प्रताड़ना का शिकार होते हुए भी बेटे की खातिर घर में ही रही। लेकिन सितंबर 2022 में आलम ने उसे तीन तलाक देकर छोड़ दिया।
इस घटना के बाद मामले की जानकारी गेगड़ा व चिकोर अंजुमन कमेटी को भी दी गई लेकिन इस संबंध में कोई कदम नहीं उठाया गया.