रांची के तमाड़ थानाक्षेत्र अंतर्गत मानकीडीह में 12 वर्षीय नाबालिग ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इस घटना के बारे में बताया जा रहा है कि स्कूल जाने के लिए मां ने कहा तो बच्चे ने फांसी लगा ली। सूत्रों की माने तो घटना के वक्त मां घर पर नहीं थी और बच्चा स्कूल नहीं जाना चाहता था। इसी बात को लेकर मां ने उसे डांट दिया था। भी ऐसी घटनादेखा जाए तो बच्चों में आत्महत्या आए दिन बढ़ता जा रहा है| कुछ दिन पहले ही ऐसी घटना सामने आई थी जहा बच्चों को मोबाइल गेम खेलने से मना करने, पढ़ाई के लिए डांटने या पढ़ाई की उम्र में प्रेम-प्रसंग में पड़ने जैसी बातों से मना करने पर आत्महत्या जैसा कदम उठा लिया। बच्चे का नाम दिलेश्वर मुंडा है।
आत्महत्या के बारे में मिली जानकारी के अनुसार उस दिन दिलेश्वर स्कूल नहीं जाना चाहता था। वहीं, उसकी मां उसे स्कूल जाने को कह रही थी। स्कूल जाने से मना करने पर डांटा भी था। मां का नाम हेनो देवी है उन्होंने बताया की मंगलवार को उसे स्कूल जाने को कहा था, लेकिन, वह स्कूल नहीं जा चाह रहा था। इस पर मां ने उसे डांटा और काम के लिए घर से बाहर निकल गईं। जब माँ काम कर घर लौटीं तो देखा कि घर का दरवाजा बंद था। दरवाजा को जब किसी तरह तोड़ कर घर में घुसी, तो देखा कि दिलेश्वर फंदे पर झूल रहा था। उसे जब तक फंदे से उतरा गया तब तक वह दम तोड़ चुका था। बच्चे के पिता की पहले ही मौत हो चुकी है। बुधवार सुबह में तमाड़ पुलिस को घटना की जानकारी मिली तो मानकीडीह पहुंची। पुलिस ने उसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए रिम्स भेज दिया। दीपक कुमार तमाड़ थाना प्रभारी ने कहा कि यह मामला आत्महत्या का लग रहा है। आजकल बच्चों में आत्महत्या बहुत जयादा बढ़ चूका है|