चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने सुप्रीम कोर्ट में पांच नव नियुक्त जजों को पद की शपथ दिलायी. न्यायमूर्ति पंकज मित्तल, संजय करोल, संजय कुमार, अहसानुद्दीन अमानुल्लाह और मनोज मिश्रा को सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश के रूप में पद की शपथ ली. पांच जजों के शपथ ग्रहण के बाद सुप्रीम कोर्ट में अब जजों की संख्या 32 हो गयी है. हालांकि अभी भी यह पूर्ण क्षमता से दो कम है.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 4 फरवरी को इन नामों पर लगायी थी मुहर
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने दिसंबर 2022 को इन पांच जजों की नियुक्ति की सिफारिश की थी. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 4 फरवरी को इन नामों पर मुहर लगायी थी. सुप्रीम कोर्ट के नये जज के रूप में शपथ लेने वालों में तीन चीफ जस्टिस (जस्टिस पंकज मिथल, जस्टिस संजय करोल और जस्टिस पीवी संजय कुमार) हैं. जबकि दो जस्टिस (जस्टिस अहसानुद्दीन अमानुल्लाह और जस्टिस मनोज मिश्रा) शामिल हैं.
SC के पांच नव नियुक्त जजों के बारे में जानिये
जस्टिस पंकज मित्तल राजस्थान हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस हैं. इससे पहले वह जम्मू-कश्मीर और लद्दाख उच्च न्यायालय के चीफ जस्टिस थे. इससे पहले वह इलाहाबाद हाईकोर्ट के जस्टिस थे. मित्तल को साल 1985 में बार काउंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश में शामिल किया गया था.
जस्टिस संजय करोल नवंबर 2019 से पटना हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस हैं. इससे पहले उन्हें त्रिपुरा हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस के रूप में नियुक्त किया गया था. वह हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट में कार्यवाहक चीफ जस्टिस के तौर पर काम कर चुके हैं.
जस्टिस पीवी संजय कुमार 2021 से मणिपुर हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस हैं. इससे पहले वह पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट में जस्टिस थे. उन्होंने आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट में भी जस्टिस के रूप में काम किया है. संजय कुमार को अगस्त 1988 में आंध्र प्रदेश की बार काउंसिल के मेंबर के रूप में शामिल किया गया था.
जस्टिस अहसानुद्दीन अमानुल्लाह पटना हाईकोर्ट के जस्टिस हैं. 2011 में पटना हाईकोर्ट में जस्टिस बनकर पहुंचे. फिर 2021 में उनका ट्रांसफर आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट में कर दिया गया. इसके बाद उन्हें जून 2022 में दोबारा पटना हाईकोर्ट में भेजा गया. जस्टिस अमानुल्लाह को सितंबर 1991 में बिहार स्टेट बार काउंसिल में शामिल किया गया था.
जस्टिस मनोज मिश्रा इलाहाबाद हाईकोर्ट के जस्टिस हैं. उन्होंने साल 2011 में जस्टिस के रूप में शपथ ली थी. उन्होंने इलाहाबाद हाईकोर्ट के दीवानी, राजस्व, आपराधिक और संवैधानिक पक्षों में अभ्यास किया है.