सीएम हेमंत सोरेन ने यहां की मूलवासी आदिवासी होने के नाते आपको भी अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करना होगा. नहीं तो कोई गुजरात से, कोई छत्तीगढ़ से, कोई मध्य प्रदेश से, कोई महाराष्ट्र से आकर राज करेगा. आज के दिन भाजपा के लोग दूसरे राज्य से लाते हैं और यहां से सांसद बनाकर भेजते हैं. आने वाले समय में विधानसभास, लोकसभा में सभी जगहों पर आदिवासी-मूलवासी को भेजा जाएगा. हमलोग क्रांतिकारियों के वंशज हैं. उनके शहादत को बर्बाद नहीं होने देंगे. हमलोग बोका बनते रहे हैं. अब इन लोगों को बोका बनाने का समय आ गया है. यही एकता इस राज्य को बचा सकता है. यही एकजुटता हमारा विकास कर सकता है. आम लोगों को 20 वर्षों में कैसे कुचला हम सभी ने देखा. आज वही लोग गांव में शिविर लगाकर लोगों का अधिकार पूरा कर रहे हैं. इन लोगों ने सोचा कि यहां का आदिवासी- मूलवासी बोका होता है. इनको डराओ, धमकाओं, पुलिस का बल दिखाओ, एजेंसी से डर दिखाओ, कोर्ट-कचहरी करा दो. सब चुप हो जाएगा. लेकिन इनको पता नहीं है। कि इन सबसे ऊपर जब हमारे पूर्वज अंग्रेजों से नहीं डरे तो तुमसे क्या डरने वाले हैं. ये लोग जलियावाला बाग का उदाहरण देता है. हमारे राज्य के हर कोना में जलियांवाला बाग जैसा घटना घटना रहा है. हमलोगों ने अपना संघर्ष जारी रखा.
सीएम हेमंत सोरेन ने कहा आपके आशीर्वाद से हमे ताकत मिलता है. यहां के मूलवासियों और आदिवासियों के एक छत के नीचे आना पड़ेगा. तभी अधिकार मिलेगा. भाजपा के षडयंत्र को समझने की कोशिश कीजिए. आज देश में महंगाई आसमान छू रहा है. आज कोरोना में कंपनियां बंद हो गई. खुशी की बात है कि इस राज्य में 80 प्रतिशत लोग खेती बाड़ी जीवन यापन करते हैं. इन व्यापारियों का भरोसा नहीं. कब कंपनी बंद कर देगा. कब बाहर देगा. कोई भरोसा नहीं. सरकारी नौकरियां खत्म हो रही हैं. बैंकों का मर्जर हो रहा है. कई ऐसी संस्थाएं हैं जहां प्राइवेट में नौकरियां दी जा रही है. प्राइवेट में नौकरी का मतलब आरक्षण खत्म न दलित को आरक्षण, न आदिवासी को आरक्षण और न पिछड़ों को आरक्षण. मरते रहिए. इस राज्य को इन लोगों ने षडयंत्र के तहत देश का सबसे पिछड़ा राज्य बना दिया. खनिज संपदाओं का लाभ दूसरे राज्यों को मिलता है. हमारी कार्ययोजना है कि अगले दस साल के अंदर हमारा राज्य गुजरात को टक्कर देने की स्थिति में आ जाएगा. हमारी इम्तिहान की घड़ी है. अभी तो झांकी दिखाई है पूरा फिल्म बाद में दिखाएंगे. एक आवाज में भेड़ की तरह, चिट्टियों की तरह घर-घर से निकलना होगा और षडयंत्रकारियों को मुंहतोड़ जवाब देना होगा.
कोई इतिहास नहीं है कि कोई नेता देश छोड़कर भागा हो. लेकिन व्यापारी लोग देश का करोड़ रूपया लेकर भाग चुका है. इसलिए साथी, बिल्कुल धैर्यपूर्क इनके षडयंत्र को नाकाम करना होगा. हमारे विपक्ष के लोग पंचायत में धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. इन लोगों ने बुजुर्गों, विधवा, दिव्यागों को 20 साल प्रखंडों में दौड़ाया, उनको पेंशन नहीं दिया. आने वाले समय में ये गरीब, कुचले लोग इनको जवाब देंगे.
नेता को पकड़कर दिग्भ्रमित करने की है साजिश – सीएम: आज हमारी आने वाली पीढ़ी के लिए बद से बदत्तर स्थिति बना दी. जब इन लोगों ने देखा कि गरीब बच्चों को पैरों पर खड़ा किया जा रहा है तो इनकी राजनीतिक कुर्सी हिलती हुई दिख रही है. अब ये हाशिए पर जा चुके है।
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