राजकीय पारा मेडिकल संस्थान के छात्र पिछले 6 दिनों से चिकित्सा अधीक्षक कार्यालय के समक्ष धरने पर हैं. उनकी मांग है कि प्रबंधन के द्वारा छात्रावास का निर्माण कराया जाए. वहीं तत्काल छात्राओं के लिए प्रबंधन हॉस्टल की व्यवस्था करे. प्रदर्शन करने वाले छात्रों को एआईडीएसओ संगठन का भी साथ मिला. ऐसे में सभी छात्र संगठित होकर प्रेस कॉन्फ्रेंस किया और अपनी समस्याओं को मीडिया के समक्ष रखा.
6 सालों से हॉस्टल निर्माण की मांग को प्रबंधन ने किया अनसुना
पारा मेडिकल छात्र विवेक कुमार ने कहा कि 2016 से हॉस्टल निर्माण की मांग की जा रही है. बावजूद इसके 6 सालों से प्रबंधन ने इसपर कोई ठोस पहल नहीं किया है. छात्राओं को सबसे ज्यादा समस्या होती है. किराए के घरों में रहती हैं और नाइट ड्यूटी के लिए हुए उन्हें सुनसान रास्तों से होकर पैदल रिम्स आना पड़ता है. महिला सुरक्षित नहीं है. ऐसे में प्रबंधन उन्हें तत्काल परिसर में ही हॉस्टल दे.
हॉस्टल की मांग के साथ शिक्षा व्यवस्था को लेकर छात्राओं ने उठाए सवाल
वहीं 2021 बैच की छात्रा खुशबू ने कहा कि बाहर रहने पर ड्यूटी आने में समस्या होती है. हमारी मांग है कि हम लोगों को हॉस्टल मुहैया कराया जाए. उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि फर्स्ट ईयर में एडमिशन लेने के 1 माह के बाद ही प्रबंधन के द्वारा प्रैक्टिकल के लिए ड्यूटी लगाया जाता है. साथ ही सेशन भी लेट चल रहा है और अब तक सेकंड ईयर के छात्रों की परीक्षा नहीं हुई. जबकि इससे सीनियर छात्र भी परीक्षा के इंतजार में बैठे हुए हैं.