चक्रधरपुर प्रखंड की कुलीतोड़ांग पंचायत के धर्मसाई गांव निवासी बीएसएफ इंस्पेक्टर बुधलाल जोंको का निधन कश्मीर में ड्यूटी के दौरान हो गया. उनके पार्थिव शरीर को बुधवार सुबह बीएसएफ के अधिकारियों व जवानों द्वारा धर्मसाई गांव लाया गया. तिरंगे में लिपटा शव जैसे ही गांव पहुंचा उनके अंतिम दर्शन के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. चक्रधरपुर के पूर्व विधायक शशिभूषण सामड, भाजपा नेता विजय मेलगांडी, विधायक सुखराम उरांव के पुत्र सन्नी उरांव, मुखिया जिला परिषद् सदस्य मीना जोंको, भाजपा जिलाध्यक्ष सतीश पुरी, भाजपा नेत्री गीता बालमुचू ने उपस्थित होकर श्रद्धांजलि दी. इस दौरान मौजूद बीएसएफ जवानों द्वारा सलामी भी दी गई. गांव में मातम का माहौल पसर गया. सभी के आंखें नम थी. धर्मसाई गांव के अलावे विभिन्न गांव के बड़ी संख्या में ग्रामीणों की भीड़ बुधलाल जोंको के घर उमड़ी थी. वहीं बीएसएफ इंस्पेक्टर बुधलाल जोंको की मां पराई जोंको, पत्नी मनीबा जोंको, पुत्र सुभाष जोंको व परिवार के सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल था. लोगों द्वारा श्रद्धांजलि दिये जाने के बाद पारंपरिक तरीके से गांव में पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार किया गया.
मिलनसार व्यक्तित्व थे बुधलाल जोंको
कुलीतोड़ांग पंचायत के मुखिया माझी जोंको व ग्रामीणों ने बताया कि बीएसएफ जवान बुधलाल जोंको काफी मिलनसार व्यक्तित्व के थे. इस साल के 23 जनवरी को वे एक महीने की छुट्टी में गांव आये थे. 19 फरवरी को वे गांव से गये थे. उनकी पोस्टिंग कश्मीर में थी. कुछ दिन बाद वे कोलकाता आने वाले थे. साथ ही पांच साल बाद वे सेवानिवृत हो जाते. परिजनों ने बताया कि हमें सोमवार रात सूचना मिली की 13 मार्च को हृदय गति रुकने से उनका निधन हो गया है. इसके बाद से ही गांव में शोक की लहर दौड़ गई.
इकलौते पुत्र पर अब घर की जिम्मेवारी
बीएसएफ इंस्पेक्टर बुधलाल जोंको के निधन के बाद उनके 23 वर्षीय इकलौते पुत्र सुभाष जोंको पर ही घर की जिम्मेवारी है. पुत्र सुभाष जोंको जमशेदपुर में पढ़ाई करता है. पिता की आकस्मिक निधन की सूचना पाकर वह गांव पहुंचा था.