वर्ष 1978-79 में भाषाई अल्पसंख्यक के आधार पर स्थापित हुआ अन्नदा कॉलेज हजारीबाग इन दिनों कई सवालों के घेरे में है. यह सवाल उच्च शिक्षा निदेशक और विनोबाभावे विश्वविद्यालय के पत्राचार से उठ रहा है. साथ ही कॉलेज में अब तक विश्वविद्यालय शिक्षक प्रतिनिधि और कॉलेज में निर्वाचित शिक्षक प्रतिनिधि नहीं होने के कारण भी ऊंगलियां उठती रही हैं. इस बारे में विश्वविद्यालय प्रशासन और सरकार से जांच की मांग भी की गई है. दरअसल उच्च शिक्षा निदेशक और विनोबाभावे विश्वविद्यालय की ओर से जारी किसी भी पत्र में भाषाई अल्पसंख्यक कॉलेज का जिक्र नहीं किया जा रहा है. उसमें अन्नदा कॉलेज को संबंद्धता प्राप्त (एफिलिएटेड) कॉलेज का ही दर्जा दिया जा रहा है. वहीं अन्नदा कॉलेज की ओर से जारी हर पत्र में भाषाई अल्पसंख्यक का जिक्र किया जाता है. ऐसे में अल्पसंख्यक के मुद्दे पर सवाल उठते रहे हैं कि क्या कॉलेज का अल्पसंख्यक का दर्जा अब भी बरकरार है या उसे खत्म कर दिया गया है.
विश्वविद्यालय की ओर से शिक्षक प्रतिनिधि नहीं
अन्नदा कॉलेज में विश्वविद्यालय की ओर से अब तक किसी शिक्षक प्रतिनिधि को नहीं दिया गया है. वहीं कॉलेज में निर्वाचित की जगह मनोनीत शिक्षक प्रतिनिधि हैं. नाम न छापने की शर्त पर कई शिक्षक इस पर सवाल उठाते हैं कि निर्वाचित शिक्षक प्रतिनिधि नहीं रहने से उनकी समस्याओं को उचित फोरम पर उठानेवाला कोई नहीं है. मनोनीत शिक्षक प्रतिनिधि कॉलेज प्रबंधन के इतर कुछ करने की स्थिति में नहीं रहते हैं.
कॉलेज में नियम और प्रावधान के तहत होता है सब काम : प्रिंसिपल-इन-चार्ज
अन्नदा कॉलेज के प्रिंसिपल-इन-चार्ज नीलमणि मुखर्जी कहते हैं कि संस्थान में सारा काम नियम और प्रावधान के तहत होता है. यह कॉलेज वित्तरहित संबंद्धन प्राप्त भाषाई अल्पसंख्यक कॉलेज है. फिलहाल यहां 12 हजार के आसपास विद्यार्थी अध्ययनरत हैं. बिहार के वक्त ही कॉलेज को अल्पसंख्यक का दर्जा मिला था. झारखंड सरकार से भी अल्पसंख्यक का दर्जा बहाल रखने के लिए पत्राचार किया गया है. कॉलेज में आरंभ से ही प्रोफेसर इन-चार्ज को शिक्षक प्रतिनिधि के रूप में मनोनीत करने का निर्णय सर्वसम्मति से लिया गया था. इस परंपरा का निर्वहन अब भी किया जा रहा है. चूंकि यह कॉलेज गवर्निंग बॉडी से संचालित है, इसलिए यहां विश्वविद्यालय प्रतिनिधि नहीं है.
सभी पक्षों से बात के बाद वीसी से करेंगे चर्चा : रजिस्ट्रार
विनोबाभावे विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डॉ कौशलेंद्र कुमार ने पूछे जाने पर बताया कि अन्नदा कॉलेज से जुड़ा मामला आया है. इस पर सभी पक्षों से बात कर आगे वीसी से चर्चा करेंगे. उसके बाद आगे का निर्णय लिया जाएगा.