झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि राज्य में विगत तीन वर्षों में विकास की गति में काफी तेजी आई है और झारखंड देश के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कार्य करने हेतु तत्पर है.
हेमंत ने कहा, झारखंड में आधारभूत संरचना के क्षेत्र में निवेश की असीम संभावनाएं हैं और सरकार इस दिशा में निरंतर प्रयास कर रही है. प्रधानमंत्री से आग्रह है कि सहयोगपरक संघवाद के सिद्धान्तों को धरातल पर उतारते हुए झारखंड को उचित सहयोग प्रदान किया जाए, जिससे विकसित भारत की परिकल्पना को साकार करने में झारखंड भी अपनी भागीदारी दर्ज करा सके
मुख्यमंत्री ने कहा विगत वर्षों में राज्य सरकार द्वारा समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति तक मूलभूत सुविधाओं को पहुंचाने हेतु महत्वपूर्ण प्रयास किये गये हैं. सोरेन ने कहा कि विकसित भारत की परिकल्पना को साकार करने एवं झारखंड की मूलभूत सरंचना को मजबूत बनाने हेतु सरकार द्वारा सार्थक प्रयास किए जा रहे हैं तथा सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योगों को बढ़ावा देने हेतु प्रक्रियाओं के सरलीकरण पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है. उनका कहना था कि सरकार के प्रयासों से निवेशकों में विश्वास बढ़ेगा और निवेशक प्राकृतिक संपदाओं से परिपूर्ण राज्य में निवेश हेतु प्रोत्साहित होंगे.
मुख्यमंत्री ने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना के दौरान जब सभी लोग अपने घरों में दुबके हुए थे, तब हमारी सरकार ने दूसरे राज्यों और देशों में फंसे मजदूरों को सुरक्षित उनके घर पहुंचाने का काम किया. वहीं पूर्व की भाजपा सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि झारखंड के बने 23 साल होने को हैं, बावजूद इसके झारखंड और झारखंडी लोग अत्यंत पिछड़े और गरीब हैं. उन्होंने कहा कि इसका मूल कारण झारखंड में बाहरियों का राज करना है. उन्होंने कहा कि बाहरी लोग झारखंड को चारागाह समझ चुके हैं, इसी का परिणाम है कि आज झारखंड में खनिज संपदाओं की भरमार होने के बाद भी विकास की गति धीमी है. सीएम ने कहा कि, हमारी सरकार एयर कंडीशनर कमरे में बैठकर नहीं, बल्कि जाड़ा, गर्मी और बरसात, कोई भी मौसम हो, फील्ड में काम कर रही है, ताकि लोगों की परेशानियां और समस्याओं को हम समझ सकें. इतना ही नहीं योजनाएं धरातल पर उतारी जा रही है. सभी अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे भ्रमण कर योजनाओं की जमीनी हकीकत की जानकारी लें. मुख्यमंत्री ने कहा कि देश तभी मजबूत होगा जब राज्य मजबूत होगा और राज्य तभी मजबूत होगा जब ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत बनेगी. इसी बात को ध्यान में रख कर हमारी सरकार ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मुख्य केंद्र में रखकर योजनाएं बना रही हैं.किसान और मजदूरों के हित में सरकार काम कर रही है. ग्रामीणों को स्वावलंबी बनाने, उनकी आय में वृद्धि करने, बेहतर शिक्षा, रोजगार उपलब्ध कराने, स्वरोजगार के मौके देने समेत कई सेक्टर में विशेष तौर पर काम कर रही है, ताकि राज्य और राज्य वासियों को खुशहाल बना सकें.