सफेद दाग छुआछूत की बीमारी नही है, और न ही इससे किसी को कोई कुष्ठ रोग होता है. अगर मरीज जल्दी डॉक्टर के पास पहुंचता है, तो इसका पूरी तरह से उपचार हो सकता है. सफेद दाग के प्रति इसी भ्रांति को दूर करने के लिए प्रति वर्ष 25 जून को विश्व विटिलिगी दिवस मनाया जाता है. डॉ. सरोज राय ने बताया कि पूरी दुनिया में दो प्रतिशत और भारत में तीन से पांच प्रतिशत लोग इस बीमारी से ग्रसित हैं. 10 वर्ष के बच्चों से लेकर 30 साल तक के लोगो में ये रोग ज्यादा पाया जाता है. यह शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकता है. डॉ. सरोज राय ने कहा कि रोग को छिपाएं नहीं, बल्कि जल्द से जल्द चिकित्सक को दिखाएं.
विटीलिगो के लक्षण
-शरीर के किसी भी भाग में त्वचा का रंग हल्का पड़ना अथवा सफेद होना.
-प्रभावित स्थान पर खुजली होना.
-चोट,जलने, छिलने पर चमड़ी सफेद होना.
-शरीर, सिर एवं भौहों के बाल सफेद होना .
-तिल के आसपास सफेद घेरा बनना.
इलाज
-दवा, सिकाई, सर्जरी आदि से सफेद दाग को ठीक किया जाता है.
-पुराने मामले में पंच ग्राफ्टिंग, स्किन ग्राफ्टिंग,जैसे सर्जिकल उपायों की मदद ली जाती है .
-टैटू बना कर भी दाग छुपाए जाते है.
-अल्ट्रावायलेट- बी (यूवीबी) से सिकाई, पिआरपी ट्रीटमेंट आदि से भी कई मरीजों को फायदा मिला है.