मणिपुर में जारी जातीय हिंसा के विरोध में पंजाब में दलित और ईसाई समुदायों ने संयुक्त रूप से आज (9 अगस्त) राज्यव्यापी बंद या हड़ताल का आह्वान किया है। विभिन्न संगठनों ने पंजाब के स्कूल-कॉलेज, बाजार और औद्योगिक संस्थानों को बंद रखने की अपील की है। जानकारी के मुताबिक, विभिन्न प्राइवेट स्कूलों ने भी बंद का समर्थन किया है। दलित और ईसाई समुदायों ने मंगलवार को जालंधर में एक प्रेस कांफ्रेंस के माध्यम से मणिपुर में हुई हिंसा के खिलाफ अगस्त यानी आज के लिए पंजाब बंद का ऐलान किया। पंजाब में आज सुबह 9 बजे से लेकर शाम 5 बजे तक स्कूल, बाजार और अन्य संस्थान बंद रखने का ऐलान मोर्चा के अध्यक्ष द्वारा किया गया है।
हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक, विरोध-प्रदर्शन को देखते हुए पंजाब सरकार ने 9 अगस्त को राज्य के सभी स्कूल बंद रखने का फैसला लिया है। मणिपुर इंसाफ मोर्चा के अध्यक्ष सुरजीत थापर ने योजना की रूपरेखा पेश करते हुए कहा कि राज्य में 9 अगस्त को सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक बंद रहेगा। मणिपुर में फैली हिंसा के विरोध में पंजाब के पूरे SC समुदाय के लोगों का कहना है कि 9 अगस्त को सुबह 9 बजे से लेकर शाम 5 बजे तक पंजाब बंद रखेंगे। उन्होंने कहा कि इस दौरान न ही कोई औद्योगिक संगठन खुलेगा और ट्रैफिक भी बंद रहेगा।
मणिपुर में हिंसा के खिलाफ पूर्ण बंद के आह्वान का असर जालंधर, कपूरथला और एसबीएस नगर सहित दोआबा जिलों में देखने को मिली। ईसाई संगठनों के साथ सामाजिक संगठनों सहित अन्य कई राज्य लेवल के संगठनों ने पंजाब में सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक पूर्ण बंद का आह्वान किया है।
कई बाजार संगठनों ने पहले ही अपने व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद करने का निर्णय लिया है। शुरुआती घंटे में ज्यादातर व्यावसायिक क्षेत्र बंद रहे। इस बीच परिवहन सुविधाओं पर कोई असर नहीं पड़ा है। किसी अप्रिय घटना से बचने के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। अमृतसर में करीब सभी दुकानें बंद हैं।
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि केंद्र सरकार मणिपुर में शांतिमय वातावरण पैदा करने में नाकाम साबित हो रही है। उन्होंने कहा कि इतने दिनो से लगातार हिंसा बढ़ रही है और सरकार द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि अल्पसंख्यक समुदाय को खुले वातावरण में वहां पर सांस लेने में काफी दिक्कत उठानी पड़ रही है।