Ranchi: बाबूलाल मरांडी को भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष बने डेढ़ महीने बीत चुके हैं. 2 जुलाई को उन्हें प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया था. इसके बाद 15 जुलाई को उन्होंने विधिवत रूप से कार्यभार संभाला था. लेकिन बाबूलाल ने अबतक अपनी नई टीम की घोषणा नहीं की है. मरांडी की टीम में जगह पाने के लिए हर दिन कई नेता-कार्यकर्ता प्रदेश कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं. लेकिन इतने दिन बाद भी नई कार्यसमिति की घोषणा नहीं होने पर कार्यकर्ता कहने लगे हैं कि कहीं दीपक प्रकाश की तरह बाबूलाल भी अपना पूरा कार्यकाल कॉन्फिडेंशियल कार्यसमिति के साथ ही न निकाल दें.
पार्टी में पद के लिए कई दावेदार
2024 के लोकसभा और विधानसभा चुनाव के मद्देनजर बाबूलाल मरांडी अपनी टीम में बदलाव जरूर करेंगे. लेकिन यह बदलाव पिछली बार की तरह कॉन्फिडेंशियल तरीके से होगा या ट्रांसपैरेंट तरीके से, इसपर संशय बना हुआ है. वर्तमान कार्यसमिति के पदाधिकारियों और सदस्यों के तीन साल का टर्म पूरा हो चुका है. इनमें से अधिकांश नेता ऐसे हैं, जो लक्ष्मण गिलुआ की भी टीम में थे. यानी दो टर्म उन्हें पार्टी में पद मिला है. पार्टी में कई काबिल और अनुभवी नेता हैं. बाबूलाल मरांडी ऐसे नेताओं को अपनी नई टीम में शामिल करेंगे.
बाबूलाल से जुड़ी खबरें दो व्हाट्एप ग्रुप से हो रहे शेयर
बाबूलाल मरांडी के साथ झाविमो छोड़ भाजपा में आये सैकड़ों कार्यकर्ता उनकी टीम में शामिल होने के लिए हाथ-पैर मार रहे हैं. प्रदेश कार्यालय में भाजपा कार्यकर्ताओं और एक्स जेवीएम कार्यकर्ताओं का गुट बंट गया है. दोनों गुट में जंग भी छिड़ी है. प्रदेश भाजपा के मीडिया विभाग के व्हाट्सएप ग्रुप से पार्टी से जुड़ी खबरें और प्रदेश अध्यक्ष की गतिविधियों की जानकारी दी जाती है. लेकिन जेवीएम गुट इसके समानांतर अपना मीडिया बीएलएम नाम का व्हाट्सएप ग्रुप चला रहा है, जहां बाबूलाल मरांडी से जुड़ी खबरें शेयर की जा रही हैं. इस ग्रुप से भाजपा के नेताओं को रिमूव कर दिया गया है. उधर रघुवर और अर्जुन मुंडा गुट के नेता और कार्यकर्ता भी संगठन में इन दिनों खूब एक्टिव हैं. पार्टी में पद कम हैं और दावेदारों की संख्या उससे बहुत ज्यादा. शायद यही वजह है, बाबूलाल को नई टीम की घोषणा करने में दिक्कत हो रही है.