रामगढ़ की सिकनी की घटना को मोब लिंचिंग की श्रेणी में रखना उचित नहीं है

झारखण्ड
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झारखंड में एक और मॉब लिंन्चिंग हुई है। रामगढ़ जिले के सिकनी गांव में शमशाद अंसारी नामक एक शख्स की भीड़ ने पीट-पीटकर हत्या कर दी। उस पर हराधन महतो नामक एक बुजुर्ग को कथित तौर पर झांसा देकर पांच हजार रुपए ठगने का आरोप था। शमशाद पशुओं की खरीद-बिक्री के कारोबार से भी जुड़ा था। वह रामगढ़ के ही जरियो गांव का रहने वाला था। वारदात मंगलवार शाम की है। इस वारदात के बाद सिकनी और आसपास के गांवों में तनाव है। बताया गया कि शमशाद ने सिकनी गांव के हराधन महतो को कथित तौर पर झांसा देकर उनसे पांच हजार रुपए ले लिए। कुछ देर बाद जब उनके पुत्र रामकुमार महतो को यह बात पता चली तो उन्होंने ग्रामीणों को इसकी जानकारी दी। इसके बाद कई लोग उसकी तलाश में निकले।
सिकनी-मरंगमरचा रेल पुल के पास उसे पकड़ लिया गया और इसके बाद उसकी बुरी तरह पिटाई की गई। उसके कपड़े फाड़ दिए गए और वह लगभग निर्वस्त्र हो गया। इस बीच जानकारी मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और शमशाद को भीड़ के कब्जे से छुड़ाकर इलाज के लिए सदर अस्पताल में दाखिल कराया, जहां रात में उसकी मौत हो गई। शमशाद के घरवालों का कहना है कि उससे लूटपाट की नीयत से उसे पीट- पीटकर मार डाला गया है। घटना की खबर फैलते ही सिकनी और आस-पास के गांवों में तनाव की स्थिति बनी हुई है। पुलिस की मौजूदगी में बुधवार को शमशाद के शव का पोस्टमार्टम किया गया।
रामगढ़ पुलिस ने एक प्रेस बयान जारी कर बताया है कि 22 अगस्त को शाम के करीब 5:30 बजे ग्रामीणों ने रजरप्पा थाना की पुलिस को घटना की सूचना दी थी। बताया था कि रजरप्पा थाना क्षेत्र के सिकनी गांव में कुछ व्यक्तियों द्वारा शमशाद अंसारी (50 वर्ष) को मारपीटकर जख्मी कर दिया गया है। उक्त सूचना पर रजरप्पा पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और घायल शमशाद अंसारी को सदर अस्पताल ले गयी। वहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद इस संबंध में रजरप्पा थाना में आईपीसी की धारा 302/34 के तहत एफआईआर (कांड सं 135/2023, दिनांक- 23.08.2023) दर्ज की गयी।
पुलिस ने बताया कि घटना की गंभीरता को देखते हुए रामगढ़ के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के नेतृत्व में विशेष अनुसंधान टीम एसआईटी का गठन किया गया। इस टीम ने छापामारी कर इस कांड के पांच अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया। इनमें पुरन महतो पिता बरतु महतो, भुवनेश्वर महतो पिता किशुन महतो, हीरालाल महतो पिता स्वर्गीय देवचंद महतो, बालेश्वर महतो पिता लेगा महतो, अरविंद महतो पिता सूबेदार महत्व सभी सिकनी फुसरो बांध थाना रजरप्पा जिला रामगढ़ के रहने वाले हैं.
जब अनियंत्रित भीड़ द्वारा किसी दोषी को उसके किये अपराध के लिये या कभी-कभी मात्र अफवाहों के आधार पर ही बिना अपराध किये भी तत्काल सज़ा दी जाए अथवा उसे पीट-पीट कर मार डाला जाए तो इसे भीड़ द्वारा की गई हिंसा या मॉब लिंचिंग कहते हैं। इस तरह की हिंसा में किसी कानूनी प्रक्रिया या सिद्धांत का पालन नहीं किया जाता और यह पूर्णतः गैर-कानूनी होती है। जबकि रामगढ़ के चिकनी गांव की घटना में कुछ लोग शामिल थे इनमें से पांच लोग पकड़ा गए हैं इसमें भीड़ तंत्र का कोई रोल नहीं था इसलिए कहा जा सकता है कि यह एक मोब लिंचिंग की घटना नहीं है।

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