इंद्रधनुष ने बिखेरे नव रस के रंग
कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि *राँची जिला शिक्षा अधीक्षक श्री बादल राज,* विशिष्ट अतिथि *प्रसिद्ध रंगमंच एवं फिल्म निर्देशक श्री मेघनाथ भट्टाचार्य*, *प्राचार्य श्री समरजीत जाना,* *यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, श्यामली की प्रबंधिका श्रीमती इश्लीन कौर,* *फिरायालाल पब्लिक स्कूल के प्राचार्य श्री नीरज कुमार सिन्हा* के द्वारा सामूहिक रूप से *दीप प्रज्ज्वलन एवं स्वागत गीत* से हुआ, जिसके माध्यम से वातावरण को भावनात्मक और ऊर्जावान बनाया गया।
गणमान्य अतिथियों को अंग वस्त्र और बाल पादप वृक्ष (सैपलिंग) देकर सम्मानित किया गया।
*‘रंग-ए-वतन’* शीर्षक से प्रस्तुत मुख्य नाट्य प्रस्तुति *एक सैनिक की जीवन-यात्रा* पर आधारित थी, जिसमें उसके बचपन, किशोरावस्था, युवावस्था एवं वृद्धावस्था के दौरान मन में उमड़ते नवरस—श्रृंगार, वीर, करुण, हास्य, भयानक, रौद्र, अद्भुत, शांत और वीभत्स रस के भावों और देशभक्ति को अत्यंत संवेदनशीलता से दर्शाया गया।
यह प्रस्तुति इंद्रधनुष की विविधता और नवरसों की गहराई का संगम बनकर दर्शकों के मन को छू गई। कार्यक्रम में *रंगीन पारंपरिक परिधान, ‘रंग-ए-वतन’ की संजीदगी भरी अभिनय प्रस्तुति और नवरसों पर आधारित नृत्य, संगीत व कविता* आर्षण का केंद्र रही।
*कक्षा छठी से दसवीं तक* के छात्र-छात्राओं की सहभागिता से अभिनीत *‘इंद्रधनुष’* नामक यह आयोजन न केवल रंगों का उत्सव था, बल्कि मानवीय भावनाओं अर्थात नवरसों का जीवंत प्रदर्शन भी था। उद्घाटन के साथ ही मंच पर एक रंग-बिरंगा नज़ारा बिखर गया, जिसमें प्रेम, वीरता, करुणा, हास्य, भय, रौद्र, अद्भुत, शांत और वीभत्स रस को प्रभावी रूप से प्रस्तुत किया गया।
*दर्शकों* ने भी कार्यक्रम की मुख्य प्रस्तुति ‘रंग-ए-वतन’ को खूब सराहा। उन्होंने नवरसों की भावपूर्ण अभिव्यक्ति के दौरान खूब तालियाँ बजाकर कलाकार छात्रों का उत्साह वर्धन किया।
विद्यालय के *प्रधानाचार्य श्री समरजीत जना* ने स्वागत भाषण देते हुए कार्यक्रम की अवधारणा पर प्रकाश डाला और विद्यार्थियों के बहुआयामी विकास पर बल दिया। उन्होंने कहा कि जैसे इंद्रधनुष के विभिन्न रंग मिलकर सौंदर्य का निर्माण करते हैं, वैसे ही विविध विचार और भावनाएँ मिलकर व्यक्तित्व का निर्माण करती हैं।
*मुख्य अतिथि श्री बादल राज* ने विद्यार्थियों की रचनात्मक मंचन की प्रशंसा की और शिक्षकों को इस शानदार आयोजन हेतु बधाई दी। उन्होंने विद्यार्थियों की रचनात्मक प्रतिभा की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए देशभक्ति परक मूल्यों की सार्थक अभिव्यक्ति की सराहना की।
*विशिष्ट अतिथि श्री मेघनाथ भट्टाचार्य* ने विद्यालय के प्रयासों को अनुकरणीय बताते हुए सांस्कृतिक मूल्यों की पुनर्स्थापना पर बल दिया।
इसके उपरांत *उप-प्रधानाचार्य श्री संजय कुमार* ने भी अपने प्रेरक विचारों से छात्रों को संबोधित किया और टीमवर्क तथा एकजुटता के महत्त्व को रेखांकित किया।
कार्यक्रम में उप-प्राचार्य श्री बी. एन. झा, श्री संजय कुमार, श्रीमती अनुपमा श्रीवास्तव, प्रभाग प्रभारी श्रीमती अमरिंदर कौर सलूजा, श्री शीलेश्वर झा ‘सुशील’, श्रीमती लिपिका कर्मकार, श्री दीपक कुमार सिन्हा, श्रीमती ममता दास सहित अनेक गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।
कार्यक्रम की सफलता में विद्यालय की कार्यक्रम समन्वयिका श्रीमती सुष्मिता मिश्रा, वरीय शिक्षक डॉ मोती प्रसाद, माध्यमिक विभाग के शिक्षकगण, एन.एस.एस. के पच्चीस वॉलंटियर्स तथा शिक्षकेतर कर्मचारियों का विशेष योगदान रहा।
धन्यवाद ज्ञापन के दौरान मुख्य अतिथि, विशिष्ट व सम्मानित अतिथियों, शिक्षकों, मंच संचालिका, तकनीकी टीम, कलाकार छात्रों, मीडिया प्रतिनिधियों और एनएसएस के पचीस सहभागी विद्यार्थियों के प्रति आभार प्रकट किया।