जी-20 शिखर सम्मेलन के अवसर पर भारत के राष्ट्रपति की ओर से दिए जाने वाले डिनर के लिए छपे निमंत्रण पत्र को लेकर विवाद हो गया है. यह विवाद राष्ट्रपति की ओर से भेजे गए निमंत्रण पत्र में आम तौर पर इस्तेमाल होने वाले शब्द ‘प्रेसीडेंट ऑफ़ इंडिया’ के बजाय ‘प्रेसीडेंट ऑफ़ भारत’ लिखने से पैदा हुआ है.
विपक्षी दलों ने ये आरोप लगाया है कि केंद्र सरकार देश के नाम के तौर पर ‘इंडिया’ शब्द का इस्तेमाल बंद कर रही है और इसे अब केवल ‘भारत’ कहे जाने की योजना है.
विपक्षी दलों के इन आरोपों पर केंद्र सरकार या राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से अब तक किसी तरह की आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है लेकिन केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और केंद्रीय गिरिराज सिंह ने अपना निमंत्रण पत्र एक्स ( ट्विटर) पर डाला जिसमें ‘प्रेसीडेंट ऑफ़ भारत’ लिखा हुआ था.
कांग्रेस पार्टी ने इसकी आलोचना करते हुए कहा, “जी20 सम्मेलन के लिए राष्ट्रपति द्वारा मेहमानों को भेजे गए आमंत्रण पत्र में प्रेसीडेंट ऑफ ‘इंडिया’ की जगह प्रेसीडेंट ऑफ ‘भारत’ शब्द का इस्तेमाल किया गया है. ‘इंडिया’ गठबंधन से इतना डर? यह विपक्ष के लिए मोदी सरकार की नफ़रत है या एक डरे और सहमे हुए तानाशाह की सनक?”
सोशल मीडिया पर ये निमंत्रण पत्र वायरल हो रहा है. एक ओर, विपक्षी दलों का ये आरोप है कि बीजेपी ‘इंडिया’ गठबंधन से डर गई है तो दूसरी तरफ़ सत्तारूढ़ पार्टी के नेताओं का कहना है कि ‘भारत’ नाम के इस्तेमाल में कुछ भी गलत नहीं है क्योंकि ये संविधान का हिस्सा है.