हिंदी सिनेमा की जानी-मानी अभिनेत्री वहीदा रहमान को दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया जायेगा. वहीदा रहमान को भारतीय सिनेमा में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए यह अवॉर्ड मिलेगा. केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने आज मंगलवार को एक्स पर यह जानकारी दी. उन्होंने लिखा कि मुझे यह घोषणा करते हुए बहुत खुशी और सम्मान महसूस हो रहा है कि वहीदा रहमान जी को भारतीय सिनेमा में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए इस साल प्रतिष्ठित ‘दादा साहब फाल्के लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार’ से सम्मानित किया जा रहा है. बता दें कि दादा साहेब फाल्के पुरस्कार भारतीय सिनेमा के क्षेत्र में देश का सर्वोच्च पुरस्कार है.
नेशनल फिल्म अवॉर्ड, पद्म श्री और पद्म भूषण से भी हो चुकी हैं सम्मानित
वहीदा जी को प्यासा, कागज के फूल, चौदहवी का चांद, साहेब बीवी और गुलाम, गाइड, खामोशी जैसी कई हिंदी फिल्मों में उनकी भूमिकाओं के लिए क्रिटिक्स से खूब तारीफें मिली हैं. वहीदा रहमान ने पांच दशकों से अधिक के अपने करियर में विभिन्न भाषाओं में 90 से अधिक फिल्मों में अभिनय किया. उन्हें ‘रेशमा और शेरा’ (1971) में उत्कृष्ट अभिनय के लिए
अनुराग ठाकुर ने रहमान के उत्कृष्ट कार्य के प्रति सम्मान व्यक्त किया
अनुराग ठाकुर ने आगे लिखा कि संसद से ऐतिहासिक नारी शक्ति वंदन अधिनियम पारित हुआ है. ऐसे समय में वहीदा रहमान को ‘लाइफटाइम अचीवमेंट’ पुरस्कार से नवाजा जाना और भी उपयुक्त है. रहमान भारतीय सिनेमा की अग्रणी महिलाओं में शामिल हैं. उन्होंने फिल्मों के बाद अपना जीवन परोपकार और समाज के कल्याण के लिए समर्पित कर दिया. वो अनुराग ठाकुर ने रहमान के उत्कृष्ट कार्य के प्रति विनम्रतापूर्वक सम्मान व्यक्त किया है. साथ ही उन्हें बधाई भी दी
फिल्म ‘सीआईडी से हिंदी सिनेमा में रखा था कदम
बता दें कि वहीदा रहमान भारत की सबसे बेहतरीन अभिनेत्रियों में से एक हैं. उन्होंने ‘प्यासा’, ‘सीआईडी’, ‘गाइड’, ‘कागज के फूल’, ‘खामोशी’ और ‘त्रिशूल’ समेत कई फिल्मों में शानदार अभिनय किया. वहीदा रहमान ने 1956 में रिलीज फिल्म ‘सीआईडी से हिंदी सिनेमा में कदम रखा. इस फिल्म में देवानंद ने भी अभिनय किया था. रहमान ने 2021 में रिलीज हुई ‘स्केटर गर्ल’ फिल्म में आखिरी बार अभिनय किया था.