आफताब अंसारी की संदिग्ध मौत की निष्पक्ष और उच्च स्तरीय जांच की मांग – एडवोकेट जियाउल्लाह, सचिव एपीसीआर झारखंड

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रामगढ़ में पिछले तीन दिनों से लापता आफताब अंसारी का शव बीती रात रजरप्पा थाना क्षेत्र के लोदरू बेड़ा गांव में दामोदर नदी किनारे मिला। शव मिलने के बाद पूरे इलाके में तनाव फैल गया। गुस्साए लोगों ने रामगढ़ थाना चौक पर सड़क जाम कर दी टायर जलाए वाहनों में तोड़फोड़ की और पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया। हालात बेकाबू होने पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर भीड़ को खदेड़ा। मौके पर SDO, SDPO समेत कई पुलिस अधिकारी मौजूद रहे।

घटना के बाद पुलिस ने हिंदू टाइगर फोर्स के नेता राजेश सिन्हा को गिरफ्तार कर लिया है। इस संगठन पर आफताब की पिटाई और सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट फैलाने का आरोप है।

आफताब की पत्नी सालेहा खातून ने बताया कि 23 जुलाई को हिंदू टाइगर फोर्स के लोगों ने उनके पति को दुकान से घसीट कर बाहर निकाला और बेरहमी से पीटा। इसी दौरान पुलिस मौके पर पहुंची और घायल आफताब को थाने ले गई। उनका कहना है कि 24 जुलाई तक वह थाने में ही था उसके बाद वह अचानक गायब हो गया।

लापता होने के दो दिन बाद 26 जुलाई की देर रात उसका शव नदी किनारे मिला।

इस मामले में आफताब की पत्नी सालेहा खातून के बयान पर पहली FIR दर्ज की गई है। दूसरी FIR अर्शी गारमेंट की पार्टनर नेहा सिंह ने दर्ज कराई है। नेहा ने आरोप लगाया है कि हिंदू टाइगर फोर्स के लोगों ने आफताब को दुकान से घसीटकर बुरी तरह पीटा और जान से मारने की कोशिश की। जब वह बचाने गईं तो उनके साथ बदतमीजी और छेड़छाड़ की गई।

नेहा सिंह ने यह भी बताया कि दीपक सिसोदिया नाम के व्यक्ति ने घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड किया और राजेश सिन्हा ने व्हाट्सऐप ग्रुप में आपत्तिजनक पोस्ट डाले। मारपीट में शामिल अन्य आरोपियों में मनीष कुमार पासवान और गंगा बेदिया के नाम भी सामने आए हैं।

इस घटना की निष्पक्ष और उच्च स्तरीय जांच हो सरकार एक स्वतंत्र जांच दल गठित करें जिसमें न्यायिक अधिकारी, मानव अधिकार कार्यकर्ता और स्वतंत्र जांच एजेंसियों के प्रतिनिधि हो सभी दोषियों को तुरंत अरेस्ट कर कठोर कानूनी कार्रवाई की जाए उनके परिवार वालों को 50 लाख का मुआवजा और परिवार को सरकारी नौकरी दी जाए

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