झारखंड सरकार द्वारा जून 2022 में शुरू की गई सर्वजन पेंशन योजना 60 वर्ष से अधिक उम्र के गरीब, बेसहारों, विधवा महिलाओं, दिव्यांग जनों का सहारा बन गई है। वर्तमान में हजारीबाग जिला अंतर्गत इस योजना के तहत 1,18,447 लाभुकों को इस की बदौलत जीवन यापन में मदद मिल रही है।
झारखण्ड सरकार की अति महत्वाकांक्षी योजना जिसे सर्वजन पेंशन योजना के नाम से जाना जाता है, राज्य में यह योजना जून 2022 में लागू हुई। इस योजना के लागू होने के बाद हजारीबाग में अब तक कुल 1,18,447 लाभुक ऐप खोलें जना से जुड़ चुके हैं, जिसमें मुख्यमंत्री राज्य वद्धावस्था पेंशन योजना को जोड़ रहे है।
जिसमें मुख्यमंत्री राज्य वृद्धावस्था पेंशन योजना के 79,712 मुख्यमंत्री राज्य निराश्रित महिला सम्मान पेंशन योजना के 17,140, स्वामी विवेकानंद निःशक्त स्वावलंबन प्रोत्साहन योजना के 20,042 मुख्यमंत्री राज्य आदिम जनजाति पेंशन योजना के 641 और एचआईवी / एड्स पीड़ित सहायतार्थ पेंशन योजना के 912 लाभुक शामिल हैं। ज्ञात हो कि केंद्र सरकार द्वारा पेंशन से संबंधित योजना में रिक्ति नहीं रहने के कारण बहुत सारे जरूरतमंद योग्य लाभार्थियों को योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा था। ऐसे में वर्ष 2022 में झारखंड सरकार द्वारा पंचायत स्तर पर चलाए गए सरकार आपके द्वार कार्यक्रम में लोगों को सर्वाधिक लाभ सर्वजन पेंशन योजना के लिए निबंधन के रूप में मिला। अभियान में सरकार का फोकस भी इस योजना को लेकर था। इसके लिए सबसे पहले बीपीएल की बाध्यता को समाप्त किया गया। अब समाज का कोई भी व्यक्ति जो 60 वर्ष या इससे अधिक उम्र का वृद्ध हो तथा अन्य पेंशन धारक नहीं हो, समाज की कोई भी परित्यक्त महिला / विधवा / निराश्रित हो, दिव्यांग, आदिम जनजाति का हो, ए ऐप खोलें हो, उसे पेंशन देने का प्रावधान राज्य सरकार द्वारा किया गया है। फिर भी आजसू पार्टी केंद्र की भाजपा सरकार के बजाय सर्वजन पेंशन के जनक हेमंत सरकार से न्याय मांगने के लिए 13 मार्च को मार्च निकाल रही है।
सात सूत्री मांगों को लेकर आजसू पार्टी 13 अप्रैल को राज्य के सभी 24 जिलों में न्याय मार्च निकालेगी. पार्टी के केंद्रीय मुख्य प्रवक्ता डॉ. देवशरण भगत ने इस संबंध में बताया कि जिलास्तरीय न्याय मार्च की सारी तैयारियां पूरी कर ली गई है. सभी जिला इकाई अपने-अपने क्षेत्र में मार्च निकाल कर झारखंड विरोध सरकार को आईना दिखाने के लिए तैयार है.
जिलास्तरीय न्याय मार्च को लेकर सोमवार को आजसू पार्टी प्रमुख सुदेश कुमार महतो ने अपने आवास पर बैठक की. कार्यक्रम को लेकर दिशानिर्देश दिया. बैठक में न्याय मार्च की तैयारी की समीक्षा भी की गई. इस दौरान आजसू पार्टी रांची जिला इकाई के पदाधिकारी, रांची महानगर इकाई के पदाधिकारी, अखिल झारखंड छात्र संघ के पदाधिकारी सहित अन्य अनुषंगी इकाई के पदाधिकारी भी मौजूद रहे.
डॉ. भगत के मुताबिक पार्टी सात सूत्री मांगों को लेकर संघर्ष करती आयी है. आगे भी यह संघर्ष जारी रहेगा. सात सूत्री मांगों में खतियान आधारित स्थानीय एवं नियोजन नीति लागू करने, जातीय जनगणना एवं पिछड़ों को
कारण, जाति जनगणना आबादी अनुसार आरक्षण सुनिश्चित करने, पूर्व में जो जातियां अनुसूचित जनजाति की सूची में थे, उन्हें पुनः अनुसूचित जनजाति में शामिल करने, सरना धर्म कोड, बेरोजगारों को रोज़गार, झारखण्ड के संसाधनों की लूट बंद करने तथा झारखण्ड आंदोलनकारियों को सम्मान देने की बात मुख्य रूप से शामिल है.
रांची में होने वाले न्याय मार्च में हजारों की संख्या में आजसू पार्टी के नेता, कार्यकर्ता और पदाधिकारी मोरहाबादी स्थित बापू वाटिका से पैदल मार्च कर समाहरणालय – उपायुक्त कार्यालय कूच करेंगे तथा ज्ञापन सौंपेंगे.
ज्ञात हो कि आजसू पार्टी अप्रैल माह को सामाजिक न्याय महीना के रूप में मना रही है. इस दौरान कई कार्यक्रम भी किए जाने हैं. साथ ही आजसू पार्टी पूरे राज्य में मंगलवार को हूल क्रांति का शंखनाद करने वाले महानायक तथा झारखंड की माटी के वीर सपूत सिदो-कान्हू की जयंती भी मनाएगी.
