चाकुलिया वन क्षेत्र के बहरागोड़ा में राष्ट्रीय उच्च पथ संख्या 18 से सटे काजू जंगल को पिछले दिनों असामाजिक तत्वों ने आग लगाकर जला दिया. इसके बाद झुलसे हुए काजू समेत अन्य प्रजाति के पेड़ों को काट लिया. देखते ही देखते लहलहाता हुआ यह जंगल वीरान हो गया. अब जंगल में पेड़ों के ठूंठ ही ठूंठ नजर आ रहे हैं. आग से जले आसपास के जंगलों में भी झुलसे हुए पेड़ों को काटने के लिए होड़ लगी है.
दिनदहाड़े पेड़ों को काट कर ले जा रहे ग्रामीण
जानकारी के मुताबिक लगभग चार साल पूर्व बहरागोड़ा–गंडानाटा सड़क किनारे एक बड़े भूभाग पर वन विभाग द्वारा काजू समेत अन्य प्रजाति के पौधे लगाये गए थे. इस दौरान जंगल उन्नत जंगल में परिवर्तित हो गया था. परंतु जंगल में सूखे पेड़ों के पत्ते और झाड़ियों की भरमार हो गई थी. असामाजिक तत्वों ने इस जंगल में आग लगा दी जिससे तमाम पेड़ झुलस गए. इसके बाद ग्रामीणों ने झुलसे हुए पेड़ों को काट लिया और लकड़ियों को ले गए. ज्ञात हो कि आसपास के कई जंगलों में भी भीषण आग लगी थी और जंगल जल गए थे. इन जंगलों में भी पेड़ों को काटने के लिए ग्रामीणों में होड़ लगी है. वन विभाग द्वारा इस पर रोक लगाने के लिए कोई प्रयास नहीं किया जा रहा है. दिनदहाड़े लकड़ियों को लेकर जाते ग्रामीणों को देखा जा सकता है.