रांची: आज संविधान दिवस के मौके पर झारखंड प्रदेश अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष हिदायतुल्लाह खान ने एकता और सद्भाव का संदेश दिया। उन्होंने संविधान दिवस के मौके पर कहा कि भारतीय संविधान हर नागरिक के अधिकारों की रक्षा का आधार है। चाहे वह अल्पसंख्यक हो, आदिवासी हो, दलित हो, पिछड़ा वर्ग हो, महिलाएं हों या दूसरे वर्ग हों। सभी के लिए समान न्याय और समान अवसर सुनिश्चित करना हमारी राष्ट्रीय जिम्मेदारी है। अल्पसंख्यकों के अधिकारों पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि संविधान के आर्टिकल 29 और 30 अल्पसंख्यकों को खास सुरक्षा देते हैं। संविधान सभी को धार्मिक स्वतंत्रता, संस्कृति और भाषा की सुरक्षा, अपने खुद के एजुकेशनल इंस्टीट्यूशन बनाने का अधिकार, समान अवसर और सुरक्षा देता है। उन्होंने कहा कि हमारा आयोग यह सुनिश्चित करने के लिए कमिटेड है कि झारखंड में हर अल्पसंख्यक नागरिक को बिना किसी भेदभाव के उनके संवैधानिक अधिकार मिलें। उन्होंने यह भी साफ किया कि संविधान किसी एक ग्रुप का नहीं बल्कि भारत के हर नागरिक का है। संविधान हमें बराबरी का अधिकार, बोलने की आज़ादी, जीने और आज़ादी का अधिकार, शिक्षा और न्याय का अधिकार देता है। उन्होंने कहा कि संविधान हमें अधिकार और ज़िम्मेदारी दोनों देता है, यह हमारी ज़िम्मेदारी है कि हम एक-दूसरे के अधिकारों का सम्मान करें और देश बनाने में सक्रिय भूमिका निभाएं। आखिर में उन्होंने कहा कि संविधान दिवस सिर्फ़ जश्न मनाने का नहीं, बल्कि ज़िम्मेदारी का दिन है। आइए हम सब मिलकर एक ऐसा झारखंड और भारत बनाएं जहां हर नागरिक को बराबर सम्मान, बराबर मौके और सुरक्षित भविष्य मिले।
