हिंडेनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट के बाद भारतीय शेयर बाजार में लगातार दूसरे दिन भी गिरावट का दौर जारी है. अडाणी ग्रुप की लिस्टेड कंपनियों के शेयरों में चार से 25 प्रतिशत तक की गिरावट दर्ज की गई है. अमेरिकी रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन हिंडेनबर्ग ने 25 जनवरी को 30000 से अधिक शब्दों की एक रिपोर्ट जारी की थी. जिसमें 80 से अधिक सवालों के जवाब अडाणी ग्रुप से मांगे गए थे. इसके बाद से अडाणी ग्रुप के शेयरों में गिरावट का दौर शुरु हुआ है. रिपोर्ट में कहा गया है कि अडाणी ग्रुप की कंपनियों की शेयर वैल्यू कंपनियों को वास्तविक वैल्यू से 85 प्रतिशत तक अधिक बताया गया है. इसके लिए अलग-अलग तरह के नाजायज तरीकों को अपनाया गया है.
हिंडेनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद दुनियाभर के फाइनांसियल गतिविधियों पर नजर रखने व निवेश करने वाले लोगों को चौंका दिया. जिसके साथ ही अडाणी ग्रुप के शेयरों में बिकवाली देखी गई. 25 जनवरी की शाम अडाणी ग्रुप ने हिंडेनबर्ग की रिपोर्ट को तथ्यों से परे बताया. साथ ही आरोप लगाया कि कंपनी के 20 हजार करोड़ की आईपीओ को नुकसान पहुंचाने के लिए मनगढ़ंत आरोप लगाए गए हैं. इसके साथ ही अडाणी ग्रुप की तरफ से हिंडेनबर्ग रिसर्च के खिलाफ मुकदमा करने की चेतावनी भी दी गई.
अडाणी ग्रुप के स्पष्टीकरण के बाद 26 जनवरी को हिंडेनबर्ग की तरफ से एक बयान जारी किया गया. जिसमें कहा गया कि अगर अडाणी ग्रुप मुकदमा करता है, तो इसके लिए वह तैयार है. बयान में यह भी कहा गया है कि हिंडेनबर्ग अपनी रिपोर्ट पर कायम है. दो वर्षों तक रिसर्च करने के बाद इस रिपोर्ट को तैयार किया गया है.
अडाणी ग्रूप की कंपनियों के शेयर में गिरावट का असर समूचे शेयर बाजार पर दिख रहा है. शेयर बाजार में कोहराम मचा हुआ है. सेंसेक्स में 1000 से अधिक अंक की गिरावट दर्ज की गई है. वहीं निफ्टी में 340 अंक की गिरावट दर्ज की गई है. अडाणी ग्रूप के कंपनियों में इंवेस्ट करने वाली कंपनियों और लोन देने वाले बैंकों के शेयरों में भी भारी गिरावट दर्ज की गई है.
अडाणी ग्रुूप के किन कंपनियों के शेयर में कितनी गिरावट
अडानी पोर्ट –
20 प्रतिशत
डिक्सॉन टेक – 19 प्रतिशत
अडाणी ग्रीन – 20 प्रतिशत
अडाणी ट्रांशमिशन – 19.72 प्रतिशत
अंबुजा सीमेंट – 18 प्रतिशत
एसीसी सीमेंट- 15 प्रतिशत