विधानसभा में हजारीबाग विधायक मनीष जायसवाल ने तो कुर्ताफाड़ प्रदर्शन किया। दरअसल, हजारीबाग में रामनवमी को लेकर लगाई गई पाबंदियों के विरोध में बीजेपी प्रदर्शन कर रही है। प्रश्नकाल के दौरान ही जेपी विधायकों ने सदन के भीतर प्रदर्शन किया। इसके बाद विधायक मनीष जायसवाल पूर्व नगर विकास मंत्री सीपी सिंह के साथ फटे हुए कुर्ते में ही सदन से बाहर आए।
हजारीबाग में लगाई गई हैं पाबंदियां गौरतलब है कि सदन के भीतर बीजेपी विधायक रामनवमी को लेकर हजारीबाग में लगाई गई पाबंदियों पर सरकार से जवाब चाहते थे। इस दौरान विधायक मनीष जायसवाल ने कुर्ता फाड़कर विरोध जताया। मनीष जायसवाल ने अपनी गंजी में जय श्रीराम लिखा हुआ था। सदन के बाहर जायसवाल का कुर्ता ठीक करते दिखे।
सदन में विपक्ष के हंगामे पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि जो सदन में विपक्ष ने आचरण किया है उसका वीडियो ग्राफी की गई है ।उसकी जांच कर कार्रवाई की जाएगी ।उन्होंने कहा कि राम भक्तों को अब कुर्ता फाड़कर अपनी भक्ति दिखाने की जरूरत पड़ गई है। उन्होंने कहा कि हम भी राम भक्त हैं कल ही तपोवन मंदिर में सादरीकरण का शिलान्यास किया है। जिस तरह से इन लोगों ने देश भर में घेरा जा रहा है इससे यह लोग घबरा गए हुए हैं। कपड़े फाड़ना, तरह-तरह के रूप धारण करना इनकी नियति है ।इन्हें लगता है कि सवालों से घिर घिर जाएंगे ,इसलिए यह लोग इस तरह का नौटंकी कर रहे हैं। इस मामले पर बोलते हुए विधानसभा अध्यक्ष रविंद्र नाथ महतो ने कहा कि जिन विधानसभा के सदस्यों ने सदन की गरिमा के प्रतिकूल आचरण किया है वह उनकी जांच कराकर कार्रवाई करेंगे। सीएम ने कहा देश के आदिवासी, दलित, अल्पसंख्यक, मजदूरों ,जरूरतमंदों की चर्चा संसद में की जाती है ।देश के इतिहास में पहली बार ऐसा हो रहा है कि सत्ता पक्ष के लोग ही सदन को चलने नहीं दे रहे हैं। इसी तरह की चीज को झारखंड में भी विपक्ष विधानसभा में करने का कोशिश कर रहा है, और विधानसभा को चलने नहीं दे रहा है । न इनके के पास कोई मुद्दा है ना विषय है । उन्होंने इस मामले पर कार्रवाई की मांग की सदन की गरिमा को ताक पर रखकर विपक्ष इस तरह का तमाशा कर रहा है अब राम भक्तों को कुर्ता फाड़ कर क्या साबित करना पड़ रहा है कि हम राम भक्त हैं भगवान सबको देख रहा है संसदीय परंपराओं के विपरीत आचरण लगातार किया जा रहा है।