झारखंड में राजनीतिक संकट को लेकर राज्यपाल रमेश बैस की ओर से दिए गए बयान पर हेमंत सोरेन की पार्टी में आक्रोश देखा गया । उनके द्वारा राज्यपाल के बयान की निंदा की गयी है। सत्ता पक्ष एवं पुरे राज्य को ऑफिस ऑफ़ प्रॉफिट मामले में चुनाव आयोग का इंतज़ार है| लेकिन राजभवन के तरफ से इस मामले में अभी कुछ कहा नहीं गया है| विनोद पांडेय झामुमो के केंद्रीय कार्यसमिति सदस्य ने राज्यपाल के बयान पर अपनी प्रतिक्रिया दी और कहा राज्य के विकास कार्यों को बाधा न बने। इस बयान पर कांग्रेस ने भी अपनी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा कि संवैधानिक पदों पर बैठे लोगों को राजनीतिक कार्यकर्ताओं की तरह बात नहीं करनी चाहिए।
झारखंड प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने भी इस बयान पर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा की महामहिम जैसे पद पर बैठे व्यक्ति के मुंह से एटम बम जैसी बात उन्हें बिलकुल भी शोभा नहीं देती । राज्यपाल संविधान के संरक्षक है, उन्हें दलगत भावना से ऊपर उठकर बात करनी चाहिए न कि राजनीतिक दल के नेता की तरह। राजेश ठाकुर ने कहा की उन्होंने कई बार राज्यपाल से अनुरोध किया है कि जो भी फैसला है राज्य की जनता को बताना चाहिए। कभी भी हम राज्य को बर्बाद नहीं होने देंगे, हम सब ने पहले भी राज्यहित एवं जनहित में बमों को डिफ़्यूज़ किए हैं । हमारे पास तीर धनुष, लालटेन और अपना हाथ भी किसी हत्यार से कम नही है। झारखण्ड की जनता हर परिस्थिति का जमकर मुक़ाबला करेगी| हर बम का जवाब दिया जाएगा।