सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पतरातू में एक बच्चे को बीते गुरुवार को टीका लगाया गया था. टीका लगने के 24 घंटे के अंदर ही शुक्रवार की सुबह 7:30 बजे बच्चे की तबीयत बिगड़ने लगी. आनन-फानन में परिजन बच्चे को लेकर पड़ोस के किसी डॉक्टर के पास गए, जहां डॉक्टर ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया. बच्चे की मौत की बात सुनते ही परिजन दहाड़ मारकर रोने लगे. बच्चे का नाम अभिराज कुमार था, वह महज साढ़े तीन महीने का था. बच्चे के पिता बबलू साव, मां ललिता कुमारी के साथ सैंकड़ों ग्रामीण बच्चे के शव के साथ पतरातू सीएचसी पहुंच हंगामा करने लगे. परिजन बच्चे की मौत की जांच और आरोपी डॉक्टरों को बर्खास्त करने की मांग कर रहे थे.
घटना की जानकारी मिलते ही अंचल अधिकारी शिव शंकर पांडे, पतरातू थाना प्रभारी रघुनाथ सिंह, एएसआई अर्जुन ठाकुर व सशस्त्र बल सीएचसी पहुंचे. इस दौरान मुखिया गिरजेश कुमार, विधायक प्रतिनिधि कृष्णा सिंह, पंसस ज्योति गुप्ता के अलावे दर्जनों ग्रामीण मौके पर उपस्थित थे. पतरातू थाना प्रभारी ने सीएचसी के रजिस्टर को अपने कब्जे में लेकर डॉक्टर और एएनएम व अन्य स्वास्थ्य कर्मियों से टीकाकरण के संबंध में जानकारी ली.
शव के साथ सड़क पर बैठे परिजन और ग्रामीण
आक्रोशित परिजन और ग्रामीण मृत बच्चे के शव को लेकर रांची-पतरातू मुख्य मार्ग पर ब्लॉक चौक के पास बीच सड़क पर बैठ गए. जिसके बाद सड़क जाम हो गया. परिजनों ने आरोप लगाते हुए कहा कि गलत तरीके से टीकाकरण किया गया, जिस वजह से बच्चे की मौत हो गई. दोषी चिकित्सकों को बर्खास्त किया जाए. आक्रोशित लोगों ने तोड़फोड़ करने की भी कोशिश की, मगर मौके पर मौजूद पुलिस ने ऐसे करने से रोक दिया. पुलिस-प्रशासन के लोगों ने आक्रोशित लोगों को समझा-बुझाकर शांत कराया. थानेदार ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है.