सीबीएसई की तरह इंग्लिश मीडियम में सीएम सोरेन कस उत्कृष्ट विद्यालय शिक्षा देने को तैयार

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झारखंड के दिवंगत शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के सपनों को साकार करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ऐतिहासिक कदम उठाया है. इस दौरान प्रदेश के 24 जिलों में बने 80 बेहतर स्कूलों का आज उद्घाटन राज्य को शिक्षा के क्षेत्र में एक बड़ी सौगात दी है. इन सभी 80 स्कूलों में सीबीएसई पैटर्न की तर्ज पर पढ़ाई होगी. अब झारखंड के इन सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे भी फराटे दार इंग्लिश बोलते नजर आएंगे, इन स्कूलों में इंग्लिश मीडियम के पैटर्न पर पढ़ाई होगी. प्रदेश के इन बेहतर स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों भी अब डिजिटल बोर्ड पर पढ़ाई कर सकेंगे. इस दौरान बच्चों को अत्याधुनिक लैब की सुविधा मिलेगी. इसके साथ ही बच्चों को खेल में बढ़ावा मिल सके. इसके लिए सभी सुविधाओं से लैस प्लेग्राउंड के साथ ही साथ स्मार्ट क्लासरूम की सुविधा मिलेगी. साथ ही जीवन में सफल होने के लिए विभिन्न तरीके की व्यवसायिक शिक्षा भी दी जाएगा. इसके लिए खास तौर पर सभी बेहतर स्कूलों प्रधानाध्यापकों को आईआईएम से स्पेशल ट्रेनिंग दिलवाई गई हैं.शिक्षा मंत्री जगन्नाथ महतो ने ही प्रदेश के गरीब दबे कुचले वर्ग के जो महंगे प्राइवेट स्कूल में शिक्षा ग्रहण करने से वंचित रह जाते थे. उन्हें बेहतर शिक्षा मिल सके इसके लिए स्कूल ऑफ एक्सीलेंस की परिकल्पना की थी. जहां प्रथम चरण में राज्य के 24 जिलों में मिलाकर 80 स्कूलों का निर्माण कराया गया है.
सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि अब राज्य का कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित नहीं रहेगा. प्रदेश सरकार प्राथमिक शिक्षा से लेकर हायर एजुकेशन और यहां तक कि विदेश में पढ़ाई तक के लिए स्कॉलरशिप दे रही है. उन्होंने प्रदेश बच्चों से आह्वान किया कि आप पढ़ाई करें आपको आईएएस, आईपीएस, इंजीनियर और डॉक्टर बनना है. इस दौरान आपकी पढ़ाई के बीच में आने वाली हर बाधा को दूर करने के लिए सरकार तैयार है. सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि झारखंड के इतिहास में पहली बार यहां की शिक्षा व्यवस्था में सुधार को लेकर ऐसा कोशिश हुआ है. हमारी सोच है कि प्रतिस्पर्धा के इस युग में हमारे सरकारी विद्यालयों के बच्चे निजी विद्यालयों या बड़े शहरों के विद्यालयों के बच्चों से किसी भी क्षेत्र में कम न रहें. हमारी सरकार ने राज्य में सरकारी विद्यालयों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को क्वालिटी एजुकेशन उपलब्ध कराने का संकल्प लिया है।आने वाले समय में 4000 से अधिक सरकारी विद्यालयों में यह व्यवस्था लागू की जाएगी. आने वाली पीढ़ी को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देकर उन्हें बौद्धिक तथा सामाजिक रूप से मजबूत बनाया जाएगा. राज्य के 80 उत्कृष्ट विद्यालयों की भौतिक संरचना को आदर्श मानक एवं विद्यालय की आवश्यकता के अनुसार निर्मित किया गया है.
उत्कृष्ट विद्यालयों में आधुनिक एवं सभी आवश्यक व्यवस्थाओं सहित पुस्तकालय की व्यवस्था की गयी है. विद्यार्थियों के लिए उपयोगी पुस्तकें, दैनिक समाचार पत्र, प्रतियोगी परीक्षाओं की पुस्तकों के साथ- साथ पत्र-पत्रिका की व्यवस्था की गयी है.विद्यार्थियों में विज्ञान के प्रति रुझान विकसित करने तथा उनमें वैज्ञानिक सोच को आगे बढ़ाने के लिए उत्कृष्ट विद्यालयों में विज्ञान लैब की अधिष्ठापना की गई है.उत्कृष्ट विद्यालयों में आई सी टी लैब के साथ-साथ स्मार्ट क्लास की व्यवस्था की गयी है. इसके माध्यम से हर दिन कम्प्यूटर की शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं एवं साथ ही ई-कैंट के माध्यम से विषयवार विशेष जानकारी प्राप्त कर रहे हैं. उत्कृष्ट विद्यालयों में विभिन्न ट्रेड में व्यवसायिक शिक्षा की शुरूआत की गयी है. इसका मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों में अपनी रूचि अनुसार अपने हुनर को आगे बढ़ाना है ताकि भविष्य में वे अपने आजीविका को सहजता से आगे ले जा सकें.

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