ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी ने अब मोदी सरकार और अडानी ग्रुप के खिलाफ सड़क पर आंदोलन करने का फैसला किया है. पार्टी ने निर्णय लिया है कि आगामी 6 फरवरी यानी सोमवार को देशभर के जिलों में जीवन बीमा निगम व भारतीय स्टेट बैंक के कार्यालयों के सामने राष्ट्रव्यापी जिला स्तरीय विरोध प्रदर्शन किया जाएगा. इसे लेकर कांग्रेस महासचिव के सी वेणुगोपाल ने सभी प्रदेश कांग्रेस कमेटी को निर्देश दिया है. बता दें कि हिंडेनबर्ग रिपोर्ट को लेकर कांग्रेस अडानी प्रकरण की जांच एक संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) या सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश की देखरेख में कराने की भी मांग कर रही है.
मोदी सरकार की नीतियों से पूरा देश, खासकर मध्यम वर्ग चिंतित है
के.सी. वेणुगोपाल ने कहा कि आम आदमी की गाढ़ी कमाई की कीमत पर अपने करीबी दोस्तों और चुनिंदा अरबपतियों को लाभ पहुंचाने की मोदी सरकार की नीतियों से पूरा देश, खासकर मध्यम वर्ग चिंतित है. मोदी सरकार द्वारा अडानी समूह में एलआईसी और एसबीआई जैसे सरकारी संस्थानों के बेहद जोखिम भरे लेनदेन और निवेश ने भारत के निवेशकों-एलआईसी के 29 करोड़ पॉलिसी धारकों और एसबीआई के 45 करोड़ खाताधारकों पर प्रतिकूल प्रभाव डाला है. एलआईसी और एसबीआई जैसे पीएसयू देश का गौरव हैं और करोड़ों भारतीयों की गाढ़ी कमाई से बने हैं. अपने सबसे अच्छे दोस्त की मदद करने के इरादे से मोदी सरकार ने जबरदस्ती एलआईसी, एसबीआई और अन्य सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को अडानी समूह में निवेश किया है.
एलआईसी के 39 करोड़ पॉलिसीधारकों व निवेशकों को 33,060 करोड़ का नुकसान
उन्होंने कहा कि एलआईसी ने अडानी समूह में भारी निवेश किया है और पिछले कुछ दिनों में एलआईसी के 39 करोड़ पॉलिसीधारकों और निवेशकों को 33,060 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. भारतीय स्टेट बैंक और अन्य भारतीय बैंकों ने अडानी समूह को भारी मात्रा में ऋण दिया है. अडानी ग्रुप पर भारतीय बैंकों का करीब 80,000 करोड़ रुपये बकाया है.
हम क्रोनी कैपिटलिज्म के खिलाफ हैं : वेणुगोपाल
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी कभी भी किसी खास भारतीय कॉरपोरेट घराने के खिलाफ नहीं रही, हम क्रोनी कैपिटलिज्म के खिलाफ हैं. हम चुनिंदा अरबपतियों को लाभ पहुंचाने के लिए नियम बदलने के विचार के खिलाफ हैं. पार्टी हमेशा गरीबों और आम आदमी के साथ खड़ी थी और रहेगी.