रांची, 13 जनवरी (भाषा) झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (पीएमईजीपी) पर एक दिवसीय जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया। कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों को पीएमईजीपी के बारे में जागरूक करना था और उन्हें सूचित करना था कि झारखंड में एक उद्यमी बनने के लिए इस कार्यक्रम का लाभ कैसे उठाया जा सकता है।
यह कार्यक्रम खादी और ग्रामोद्योग आयोग (KVIC), सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय, भारत सरकार के सहयोग से प्रशिक्षण और प्लेसमेंट सेल, CUJ द्वारा आयोजित किया गया था।
राजीव कुमार, सहायक निदेशक, केवीआईसी, रांची ने विश्वविद्यालय के छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों के साथ बातचीत करते हुए पीएमईजीपी की विशेषताओं के बारे में चर्चा की। उन्होंने यह भी रेखांकित किया कि झारखंड में अपार क्षमता है जो इसका लाभ हो सकता है।
कार्यक्रम की शुरुआत डॉ भास्कर सिंह के परिचय से हुई। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रोफेसर ए के पाधी, डीन आरएंडडी ने की। उनके साथ प्रो मनोज कुमार, डीन एकेडमिक अफेयर्स और प्रो ए सी पांडे, डीन स्कूल ऑफ नेचुरल साइंसेज भी थे। प्रोफेसर पाढ़ी ने इस कार्यक्रम को बनाने में भारत के प्रधान मंत्री के प्रयासों की सराहना की। प्रोफेसर कुमार और प्रोफेसर पांडे ने झारखंड में उद्यमिता की आवश्यकता पर प्रकाश डाला।
आयोजन के दौरान, छात्रों ने कई सवाल पूछे, जिनका समाधान केवीआईसी के संसाधन व्यक्ति राजीव कुमार ने किया। कार्यक्रम में करीब 300 विद्यार्थियों ने भाग लिया।
कार्यक्रम में सभी डीन, प्रमुख, वित्त अधिकारी, निदेशक आईक्यूएसी (आई/सी), संपदा अधिकारी और अन्य संकायों ने भाग लिया। प्रशिक्षण एवं नियोजन प्रकोष्ठ के सदस्य डॉ. सुदर्शन यादव एवं डॉ. नितेश भाटिया भी उपस्थित थे. धन्यवाद ज्ञापन डॉ. कुलदीप बौद्ध ने किया।
