चक्रवाती तूफान बिपरजॉय कुछ ही घंटों में गुजरात तट से टकरायेगा, आंधी-तूफान के साथ होगी बारिश, 6 जिलों में खतरा, अलर्ट जारी

jharkhand
Spread the love

चक्रवाती तूफान ‘बिपरजॉय’ रविवार को भीषण चक्रवाती तूफान से ‘अत्यंत गंभीर चक्रवाती तूफान’’ में बदल गया. यह चक्रवाती तूफान अगले कुछ ही घंटों में गुजरात तट से टकरायेगा. जिसके बाद बिपरजॉय और विकराल रूप ले लेगा. इस दौरान गुजरात के कुछ इलाकों में तेज आंधी-तूफान चलेगी. हवा की रफ्तार 125 किलोमीटर प्रति घंटा से बढ़कर 150 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच जायेगी. इन इलाकों में बारिश का भी पूर्वानुमान है. यहां बाढ़ जैसी स्थिति पैदा होने की भी आशंका जतायी जा रही है. इस दौरान गुजरात तट पर 2-3 मीटर ऊंची लहरें भी उठेंगी. बता दें कि बिपरजॉय 15 जून तक इन इलाकों को पार करेगा.

तटीय इलाकों में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ तैनात

बिपरजॉय के गुजरात तट से टकराने से 6 जिलों कच्छ, जामनगर, मोरबी, गिर-सोमनाथ, पोरबंदर, और देवभूमि द्वारका को सबसे अधिक खतरा है. इसे लेकर मौसम विभाग अलर्ट जारी किया है. गुजरात सरकार आपात स्थिति से निपटने के लिए तटीय इलाकों में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) तैनात कर रही है. इसके अलावा 6 जिलों में आश्रय केंद्र भी स्थापित किये जा रहे हैं. ताकी जरूरत पड़ने पर लोगों को वहां शिफ्ट किया जा सके.

उत्तर-उत्तर पूर्व की तरफ बढ़कर अत्यंत गंभीर चक्रवाती तूफान बना बिपरजॉय

आईएमडी ने एक बुलेटिन में कहा कि पूर्व-मध्य अरब सागर के ऊपर बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान ‘बिपरजॉय’ पिछले छह घंटों के दौरान नौ किलोमीटर प्रति घंटे की गति के साथ उत्तर-उत्तर पूर्व की तरफ बढ़ा और एक अत्यंत गंभीर चक्रवाती तूफान में बदल गया. यह चक्रवाती तूफान सुबह साढ़े पांच बजे मुंबई से लगभग 580 कि.मी. पश्चिम-दक्षिण पश्चिम, पोरबंदर से 480 कि.मी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम, द्वारका से 530 कि.मी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम, नलिया से 610 कि.मी. दक्षिण-दक्षिण पश्चिम और कराची (पाकिस्तान) से 780 कि.मी दक्षिण पर बना हुआ था.

15 जून तक मछुआरों को सौराष्ट्र और कच्छ के तटीय क्षेत्रों में ना जाने का निर्देश

मौसम विभाग ने 15 जून तक सौराष्ट्र और कच्छ के तटीय क्षेत्रों में मछली पकड़ने संबंधी गतिविधियों को पूरी तरह से रोकने की सलाह दी है. मछुआरों को 12 से 15 जून के बीच मध्य अरब सागर और उत्तरी अरब सागर तथा 15 जून तक सौराष्ट्र-कच्छ तटों के पास नहीं जाने का निर्देश दिया है. आईएमडी ने समुद्र में गये लोगों को तट पर लौटने और अपतटीय एवं तटवर्ती गतिविधियों को विवेकपूर्ण ढंग से नियंत्रित करने की सलाह दी है.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *